Lakhpati Didi Yojana- अगर लखपति दीदी योजना में करना चाहते हैं आवेदन, तो इन बातों का रखें ध्यान
भारतीय केंद्र सरकार देश के आर्थिक रूप से कमजोर लोगो के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाता हैं, जिनके माध्यम से वो इन लोगो की मदद और उत्थान करता है, ऐसे में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने पर महत्वपूर्ण ध्यान दिया गया है। जिस संदर्भ में केंद्र सरकार ने पिछले साल लखपति दीदी योजना शुरू की, जो विशेष रूप से औद्योगिक क्षेत्र में महिलाओं का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं, आइए जानते हैं इस योजना के बारे में सम्पूर्ण जानकारी-
लखपति दीदी योजना का उद्देश्य महिलाओं को अपना खुद का व्यवसाय स्थापित करने में मदद करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करके औद्योगिक गतिविधियों में उनकी भागीदारी को बढ़ावा देना है। यह पहल 1 लाख रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक के ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करती है
योजना की मुख्य विशेषताएं
वित्तीय सहायता: इस योजना के तहत महिलाएं 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण प्राप्त कर सकती हैं, जिसका उद्देश्य अपने स्वयं के उद्योग स्थापित करने में सहायता करना है।
पात्रता मानदंड:
आवेदक स्वयं सहायता समूह का हिस्सा होना चाहिए।
आवेदक के परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी पदों पर कार्यरत नहीं होना चाहिए।
परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपये या उससे कम होनी चाहिए। इस सीमा से अधिक वार्षिक आय वाले परिवारों की महिलाएँ इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगी।
कौशल विकास और प्रशिक्षण: लाभार्थियों को स्वरोजगार के लिए आवश्यक कौशल से लैस करने के लिए कौशल विकास कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
योजना का लक्ष्य: केंद्र सरकार का लक्ष्य 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी योजना से जोड़ना, उनकी आय बढ़ाना और स्वरोजगार को बढ़ावा देना है।
आवेदन प्रक्रिया
व्यवसाय योजना तैयार करें: योजना में रुचि रखने वाली महिलाओं को पहले अपने स्वयं सहायता समूह के मार्गदर्शन में एक व्यापक व्यवसाय योजना विकसित करनी होगी।
योजना जमा करें: व्यवसाय योजना तैयार होने के बाद, इसे समीक्षा के लिए स्वयं सहायता समूह के माध्यम से सरकार को प्रस्तुत किया जाता है।
स्वीकृति और ऋण वितरण: सरकारी अधिकारी आवेदन का मूल्यांकन करेंगे। स्वीकृत होने पर, आवेदक को 5 लाख रुपये तक की ऋण राशि प्रदान की जाएगी।