PC: abplive

10 जनवरी को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहन योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के बैंक खातों में धनराशि ट्रांसफर की। वर्तमान सीएम मोहन यादव ने लगभग 1.29 करोड़ महिलाओं के खातों में ₹1,250 ट्रांसफर करने की पहल की। हालाँकि, इस योजना के तहत आने वाली करीब दो लाख महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिला, उनके खाते में योजना के पैसे नहीं आए। आइए हम आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों हुआ और इसे लेकर आप क्या कर सकते हैं।

PC: abplive

दो लाख महिलाएं हुईं कम
मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार की चर्चित योजनाओं में से एक लाडली बहन योजना उन महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है जिनके परिवार की वार्षिक आय दो लाख रुपये से कम है। साथ ही महिला की उम्र 21 से 60 साल के बीच होनी चाहिए। चुनाव से पहले करीब 1.31 करोड़ लाडली बहनें थीं, लेकिन फंड सिर्फ 1.29 करोड़ महिलाओं तक ही पहुंचा। इससे योजना के क्रियान्वयन पर सवाल खड़े हो गये हैं।

pc: Google Play

ई-केवाईसी की आवश्यकता:
दो लाख महिलाओं के बाहर होने का मुख्य कारण अधूरी ई-केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) प्रक्रिया है। अगर किसी महिला ने ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है तो उसका आवेदन खारिज कर दिया जाएगा। महिलाएं समग्र पोर्टल पर अपनी ई-केवाईसी स्थिति की जांच कर सकती हैं।

इसके अलावा, आधार कार्ड विवरण में गलतियां, जैसे गलत जन्मतिथि, भी धन प्राप्त न होने का कारण बन सकती हैं। इस समस्या के समाधान के लिए आधार की जानकारी अपडेट करना जरूरी है। इसके अतिरिक्त, आधार और बैंक खातों का लिंक सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। Cmladlibahna.mp.gov.in पर जाकर महिलाएं अपने आवेदन की स्थिति देख सकती हैं। यदि आवेदन सही है, और धनराशि प्राप्त नहीं हुई है, तो देरी के समाधान के लिए शिकायत दर्ज की जा सकती है।

Follow our Whatsapp Channel for latest News​​​​​​

Related News