लाइफस्टाइल डेस्क। आयुर्वेद के अनुसार गुड़ का सेवन हमारे लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। गुड़बकई पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जिसका सेवन करने से हमें फायदे ही फायदे होते हैं। लेकिन दोस्तों कई बार नासमझी में लोग नकली गुड़ का सेवन कर लेते हैं, जो फायदों की वजह बजाय हमें नुकसान देता है। आज हम आपको नकली और असली गुड़ की पहचान करने के कुछ तरीके बताने जा रहे हैं।

1.असली गुड़ पकने के बाद गाढ़े भूरे या गहरे लाल रंग हो जाता है, जबकि नकली गुड़ पकने के बाद गहरे लाल रंग की बजाय हल्का पीला, सफेद या चमकीला लाल हो जाता है।

2.आयुर्वेद के अनुसार असली गुड़ को पानी या दूध में मिलाया जाता है तो इसमें किसी प्रकार का रिएक्शन नहीं होता और ना ही इसकी रंगत में कोई बदलाव होता है। जबकि नकली गुड़ को जब पानी में घोला जाता है तो गुड़ के साथ की सारी मिलावटी चीज़ें पानी में नीचे जमा होने लगती हैं।

3.असली और शुद्ध गुड़ पानी में आसानी से घुल जाता है, जबकि नकली गुड़ को पानी में घुलने पर काफी समय लगता है।

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