जानिए छोटे बच्चों के पेरेंट्स के प्लेन में जाने के टिप्स, जिससे बच्चा और आप नहीं होंगे परेशान
ट्रैवलिंग को लेकर अधिकतर लोगों की सोच होती है कि बस किसी तरह मंजिल पर पहुंचना है,जबकि कुछ सफर को एंजॉय करते हुए डेस्टिनेशन पर पहुंचते हैं।
छोटे बच्चों के पेरेंट्स के लिए अक्सर यात्रा सिरदर्द बन जाती है और इसका अहम कारण है बच्चे का तंग करना।कई बार ऐसे माता-पिता को बच्चे के लगातार रोने के चलते सफर में हद से ज्यादा परेशान हो जाते हैं।क्या आप भी ऐसे ही पेरेंट्स में से एक हैं, जो प्लेन में ट्रैवल या हवाई सफर के दौरान अक्सर इस समस्या का सामना करते हैं। तो आज हम आपको कुछ ऐसे कारगर टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से फ्लाइट के सफर को ज्यादा आसान बनाया जा सकता है।आइये जाने
इस टाइम पर करें हवाई सफर
पेरेंट्स को बच्चे के सोने का टाइम अच्छे से पता होता है।शोर या भीड़ को देखकर आपका बच्चा पैनिक हो सकता है, ऐसे में आपको उस टाइम प्लेन में जाना चाहिए, जब उसके सोने का टाइम हो।सफर छोटा हो, तो वह बच्चे की नींद में ही पूरा हो सकता है।
टॉयज आएंगे काम
फ्लाइट में बच्चे को बहलाने के तरीके आपको तलाशने चाहिए।ऐसे में खिलौने का आइडिया बेस्ट रहेगा, क्योंकि टॉयज बच्चों के ऑल टाइम फेवरेट होते हैं।अगर दिया गया खिलौना बच्चे का फेवरेट है, तो कुछ हद तक शांत रह सकता है।
शांत रहे
रोने की दिक्कत सिर्फ बच्चे को नहीं उसके पेरेंट्स और आसपास के यात्रियों को भी परेशान करती है।इस तरह की स्थिति में माता-पिता गुस्सा होकर बच्चे को और रोने पर मजबूर कर देते हैं,इस कंडीशन में पहले खुद को शांत करना चाहिए और फिर बच्चे को चुप कराने के तरीकों को तलाशना चाहिए।
टेक ऑफ और लैंडिंग के दौरान करें ये
अगर आपका बच्चा प्लेन के उड़ने और लैंड करने पर रोता है, तो उसे उस दौरान फीड कराएं।ब्रेस्टफीडिंग के दौरान बच्चा कान में दर्द को महसूस नहीं करेगा और वह रोएगा भी नहीं।दरअसल, प्लेन के टेक ऑफ और लैंडिंग में काफी शोर आता है और छोटे बच्चे इस सिचुएशन में खुद को नॉर्मल नहीं रख पाते हैं।