आखिर ट्रेन के लाल और नीले रंग के डिब्बों का मतलब क्या होता है, जानिए यहाँ
आपने ट्रेन का सफर तो किया ही होगा। आपने देखा होगा कि कोई ट्रेन लाल तो कोई नीले रंग की होती है। तो आपने कभी सोचा कि भला ट्रेन के ये कोच अलग अलग रंग के क्यों होते हैं? कोच की डिजाइन और विशेषता के आधार पर इन डिब्बों का रंग तय होता है। आइए जानते हैं किस तरह के कोच में कौन-सा रंग किया जाता है
-नीला रंग- कई ट्रेन के डिब्बों का नीला रंग होता है। जिसका अर्थ है कि ये डिब्बे आईसीएफ कोच है। ट्रेन के जो डिब्बे आईसीएफ होते हैं उनकी स्पीड 70 से 140 किमी प्रति घंटा तक होती है। इन डिब्बों को सुपरफास्ट ट्रेन में लगाया जाता है।
-लाल रंग- ICF ऐसी ट्रेन में लाल रंग के कोच का उपयोग किया जाता है।
हरा रंग- गरीब रथ ट्रेन में हरे रंग के कोच का उपयोग होता है।
भूरा रंग- मीटर गेज ट्रेन में भूरे रंग के कोच का उपयोग होता है।
देश की सबसे तेज ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और राजधानी एक्सप्रेस में LHB (Linke Hofmann Busch) कोच का प्रयोग किया जाता है। इन कोच में आपको अलग अलग डिब्बे मिलेंगे जिनमें एसी, नॉन एसी, स्लीपर कोच शामिल है।
LHB कोच काफी बेहतरीन होते है। ये सुपरफास्ट ट्रेन्स के लिए डिजाइन किए जाते हैं। एबं 60 से 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड में दौड़ सकते हैं।