मृत्यु आने से पहले दिखाई देने लगते हैं ये संकेत, आप भी जान लें
मनुष्य का जीवन या मरण एक अटल सत्य है जिसे कोई टाल नहीं सकता है। मृत्यु कैसी भी हो काल या अकाल, उसकी प्रक्रिया छह माह पूर्व ही शुरू हो जाती है। अंतिम तीन दिन पूर्व सिर्फ देवता या मनुष्य के पुण्य ही मृत्यु को टाल सकते हैं। मौत का अहसास व्यक्ति को छह माह पूर्व ही हो जाता है।
समुद्रशास्त्र में उल्लेखित है कि जब मृत्यु आती है, तो हथेली में मौजूद रेखाएं अस्पष्ट और इतनी हल्की दिखाई देने लगती हैं, ये इतनी हल्की हो जाती है कि इन्हे देख पाना भी मुश्किल होता है।
जिस व्यक्ति की मृत्यु हो रही है उसको अपने आस-पास कुछ सायों के मौजूद होने का अहसास होता रहता है। उसे अपने पूर्वजों के साये भी नजर आने लगते हैं। उन्हें सपने भी अशुभ ही आते हैं।
जब व्यक्ति की मौत नजदीक होती है तो उसे अपने करीब बैठा इंसान भी नजर नहीं आता है। ऐसे समय में व्यक्ति के यम के दूत नजर आने लगते हैं।
आयुर्वेदानुसार मृत्यु से पहले मानव शरीर से अजीब-सी गंध आने लगती है। इसे मृत्यु गंध कहा जाता है। यह किसी रोगादि, हृदयाघात, मस्तिष्काघात आदि के कारण उत्पन्न होती है।
व्यक्ति का शरीर अचानक पीला या सफेद पड़ जाए और ऊपर से कुछ लाल दिखाई देने लगे तो समझ लेना चाहिए कि उस इंसान की मृत्यु छह माह में होने वाली है।