इस रक्षाबंधन भाई को राखी बांधते समय इन बातों का ज़रूर रखें ध्यान
इंटरनेट डेस्क। रक्षाबंधन हिन्दू धर्म के प्रमुख त्यौहारों में से एक है। इस दिन का इंतज़ार हर बहन को रहता है क्योंकि वे इस दिन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उनकी लंबी आयु की कामना करती यही वहीं भाई भी अपनी बहन की रक्षा का संकल्प लेते है। रक्षाबंधन से जुड़ी कई मान्यताएं प्रचलित है लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बता रहे है जिनको हर बहन को अपने भाई को राखी बांधते समय ध्यान में रखना चाहिए -
अपने भाई की कलाई पर राखी बांधते समय आपको कभी भी नीचे की तरफ नहीं देखना चाहिए और आपको राखी में सिर्फ 3 गाँठ लगानी चाहिए।
कलाई में हथेली की तरह 3 नसें होती है। इनमें से प्रत्येक नस शारीरिक दोषों या घटकों वात, पित्त और कफ से जुड़ी ही होती है। वात या वायु तंत्रिका तंत्र के कार्य को संगठित करने के लिए आवश्यक है। पित्त शरीर के विभिन्न हिस्सों में पाचन और रक्त और ऊर्जा की आपूर्ति में उपयोगी होता है वहीं कफ धमनी प्रणाली में पोषक तत्वों का वाहक है।
ऐसा माना जाता है कि राखी के धागे (कलावा) में तीन गाँठ बाँधने से इन नसों पर पर्याप्त दबाव पैदा होता है जिस से आप इन तीनों घटकों से संबंधित किसी भी बीमारी से मुक्त रहते है।