करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं 13 अक्टूबर यानि आज रख रही हैं। ऐसे में बता दें कि इस दिन सुहागिन महिलाओं को सबसे ज्यादा इंतजार करवा चौथ के चांद का रहता है। ऐसे में यदि आप छत पर खड़े होकर चांद का इंतजार कर रहे हैं और समय नहीं कट रहा है तो ऐसे में आप यहां दी गई शायरियों से आप अपना समय आसानी से काट सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि आप कौन-सी शायरियां अपनी पत्नी को सुना सकते हैं।

पत्नियों के लिए शायरियां

चांद को भी पता होगा कि तू प्यासी है
अब तू भी उसके निकलने का इंतजार न कर
भूख अगर जब्त से बाहर तो कैसा रोजा
इन गबाहों की जरूरत पर तू मुझे प्यार न कर
– कुमार विश्वास

वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा
तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं
– फ़रहत एहसास

ऐ ! सनम जिसने तुझे चाँद सी सूरत दी है
उसी अल्लाह ने मुझको भी मुहब्बत दी है
– आतिश

चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में है
अक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में है
– फ़रहत एहसास

हाथ में चाँद जहाँ आया मुक़द्दर चमका
सब बदल जाएगा क़िस्मत का लिखा जाम उठा
– बशीर बद्र

फ़लक पर चाँद सितारे निकलने हैं हर शब
सितम यही है निकलता नहीं हमारा चाँद
– पंडित जवाहर नाथ साकी

चाँद जब दूर उफ़ुक़ में डूबा
तेरे लहजे की थकन याद आई
– अहमद नदीम क़ासमी

मुझे ये ज़िद है कभी चाँद को असीर करूं
सो अब के झील में इक दायरा बनाना है
– शहबाज़ ख़्वाजा

तुम भी लिखना तुम ने उस शब कितनी बार पिया पानी
तुम ने भी तो छज्जे ऊपर देखा होगा पूरा चाँद
– निदा फ़ाज़ली

उसके चेहरे की चमक के सामने सादा लगा
आसमां पे चांद पूरा था लेकिन आधा लगा
-अज्ञात

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