भारत में रेलवे की अपनी एक पहचान है और रेलवे का एक अपना इतिहास है रेलवे जिसने हर भारतीय के जीवन को छुआ है और हर भारतीय व्यक्ति के यादों में रेलवे एक अहम स्थान रखता है।

भारत की अधिकतर जनसंख्या ने कभी ना कभी किसी ना किसी समय पर रेलवे की यात्रा की होगी और हर इंसान और व्यक्ति के जीवन में रेलवे से जुड़ी कोई ना कोई याद जरूर है। पर वही इसके अलावा रेलवे में इस तरह का माहौल रहता है वह व्यक्ति को बिल्कुल घर जैसा महसूस कराता है।

वही इस रेलवे के इतिहास को बयान करते हुए हाल ही में रेलवे द्वारा अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 1870 में बने पुल एक टनल की तस्वीर को सांसद किया गया है।

भारतीय रेलवे ने ट्विटर पर 1870 में निर्मित 'तवा' रेलवे ब्रिज और 'बागरातवा' सुरंग की तस्वीर शेयर की हैं और लिखा, "रेलवे के स्वर्णिम इतिहास को बयां करते पुल व टनल को 150 वर्ष पूरे हो गए।" बकौल रेलवे, "जबलपुर से इटारसी रेलखंड पर तवा नदी पर बना यह पुल और सुरंग आज भी रेल-परिचालन में...महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।"

आपको बता दें कि भारत में रेलवे की शुरुआत ब्रिटिशर्स द्वारा की गई थी भारत जब अंग्रेजों का गुलाम हुआ करता था तब अंग्रेजों द्वारा अपने यात्रा को सुगम बनाने एवं माल को एक जगह से दूसरी जगह तक आसानी से पहुंच आने के लिए रेलवे की शुरुआत और रेलवे का निर्माण भारत में किया गया था।

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