कंप्यूटर और मोबाइल आज की जीवनशैली का अनिवार्य हिस्सा बन गए हैं। तालाबंदी के कारण बच्चों की पढ़ाई भी ऑनलाइन हो गई है। नतीजतन, उन्हें भी पूरे दिन कंप्यूटर पर पढ़ना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि हर किसी को आंखों की योगासन का अभ्यास करना चाहिए, ताकि किसी की आंखें खराब न हों। इससे रोशनी के बढ़ने और गिरने का खतरा कम हो जाएगा।


सबसे पहले दोनों हाथों को सामने रखें और गर्दन को सीधा रखें। गर्दन को सीधा रखते हुए अंगूठे के सिरे को दोनों आंखों को घुमाते हुए देखें। इसके बाद एक हाथ को नीचे रखें और दूसरे हाथ को ऊपर। अब गर्दन को एक सीध में रखते हुए, आंखों को मोड़ते हुए ऊपरी हाथ को देखें, फिर निचले हाथ को देखें। ऐसा लगभग दस से बारह बार करें।


एक और आंख व्यायाम में चारों ओर देखो। एक बार ऊपर नीचे फिर दाएं और बाएं। इस व्यायाम को करते समय हल्की सांस लेते रहें। इसके अलावा गर्दन को एक सीध में रखें और एक बार ऊपर और एक बार नीचे देखें। इस प्रकार, इन अभ्यासों को लगभग दस से बारह बार करें। आंखों की तकलीफ के मामले में हेडरेस्ट या पेट के व्यायाम न करें। अब अगली एक्सरसाइज में पलकों को लगभग पचास से एक सौ बार घुमाएं और तुरंत दोनों हाथों की हथेलियों को रगड़ें और आंखों पर रखें। इसके बाद दोनों हाथों की उंगलियों को आंखों पर रखें और कुछ देर तक बैठे रहें। ऐसा पांच से सात बार करें। और एक बार फिर हथेली को रगड़ें और आंखों के ऊपर रखें।

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