अगर कुंडली में अचानक मृत्‍यु का दोष बनता हो या कोई हमेशा ही बीमार रहता हो तो दवाइयों के साथ ही यहां बताई गई वास्‍तुशास्‍त्र की इन बातों को अपना सकते हैं। मान्‍यता है क‍ि इससे सेहत अच्‍छी रहती है। साथ ही मारक ग्रह का भी दोष धीरे-धीरे खत्‍म होने लगता है व आयु में वृद्धि होती है।


अगर क‍िसी की कुंडली में अचानक मृत्यु का भय हो तो उसे पूर्व दिशा की ओर मुख कर के ही खाना चाहिए। मान्‍यता है क‍ि इससे आयु बढ़ती है। व‍िशेष ध्‍यान रखें अगर कुंडली में मारक ग्रह हो तो ऐसे लोगों को हमेशा पूर्व की ओर मुख कर ही खाना चाहिए।

अगर क‍िसी की तब‍ियत हमेशा खराब रहती हो या फ‍िर घर में क‍िसी का स्वास्थ्य हमेशा खराब रहता हो तो उसे पश्चिम की ओर मुख करके भोजन करना चाहिए। इससे सेहत अच्‍छी रहती है। ध्‍यान रखें क‍ि बेहतर स्वास्थ्य रोग मुक्ति के लिए पश्चिम दिशा का वास्तु में विशेष महत्व होता है।

Related News