इंसान कितने समय तक जीवित रह सकता है, इसको लेकर वैज्ञानिकों ने एक बड़ी और अहम बात कही है। नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, मनुष्य अधिकतम 150 वर्ष तक जीवित रह सकता है। उन्होंने वैज्ञानिकों द्वारा की गई इस गणना की विस्तृत जानकारी दी है। सिंगापुर में वैज्ञानिकों ने किसी व्यक्ति की अधिकतम उम्र मापने के लिए खास तरह के संकेतक बनाए हैं।

इन संकेतकों को गतिशील जीव रहने के संकेतक कहा जाता है। जिससे यह विचार आता है कि किसी व्यक्ति के शरीर की अधिकतम आयु साथ हो सकती है। इसके लिए रक्त परीक्षण की भी आवश्यकता होती है। इन वैज्ञानिकों ने रक्त की जांच के बाद बनाए गए संकेतकों का मिलान किया। जिससे यह एहसास हुआ कि अगर स्वास्थ्य अच्छा रहता है और व्यक्ति के शरीर के अनुकूल स्थिति होती है, तो वह 150 साल तक जीवित रह सकता है। शोधकर्ताओं ने उम्र से संबंधित चर और उम्र बढ़ने के प्रक्षेपवक्र को एकल मैट्रिक्स में विभाजित करके जांच की। जिससे संभावित अधिकतम आयु ज्ञात हो। जीव विज्ञान की भाषा में बुढ़ापा वह अवस्था है, जब शरीर के अंग कार्य करते रहते हैं और शरीर संक्रमित हो जाता है। तब कैंसर या मानसिक कष्ट होता है। या दिल की बीमारी है। दूसरा कारण यह है कि शरीर का डीएनए विभाजित होता रहता है। जिससे बीमारियां ज्यादा प्रभावित होती हैं। जिससे शरीर के अंग साथ-साथ चलना बंद कर देते हैं।


वैज्ञानिकों ने अलग-अलग उम्र के लोगों के खून के नमूने लिए। उसके बाद उनकी सीबीसी की जांच की गई। अध्ययन ने रक्त में श्वेत रक्त कोशिकाओं, लाल रक्त कोशिकाओं और प्लेटों की मात्रा का अध्ययन किया। घटती आयु प्रक्षेपवक्र और सीबीसी के आंकड़ों को मिलाकर यह पाया गया कि किस उम्र में, कौन सी संभावित बीमारी कहां और क्या प्रभावित करती है। यह भी पता चला कि कितने प्रकार की बीमारियों से लड़ा जा सकता है। ये संकेतक शरीर की शारीरिक क्षमता को दर्शाते हैं। इससे पता चला कि जिन लोगों की जीवनशैली अच्छी नहीं थी, वे कितने समय तक जी सकते हैं।

सामान्य बीमारियों से भी उम्र का अनुमान लगाया जाता था। जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति का शरीर किस दिशा में बदल रहा है। फिर कितने दिन ठीक हो सकते हैं। जिस व्यक्ति को कोई बीमारी नहीं है और जिसकी जीवन शैली अच्छी है, वह अपनी उम्र का मालिक बन सकता है। यदि स्वस्थ लोगों की जांच की जाए तो उनका DOSI भविष्य में किसी भी संभावित बीमारी से लड़ सकता है।



लेकिन फिलहाल क्या होने वाला है इस बारे में कोई अलर्ट नहीं देता है। बढ़ती उम्र के साथ शारीरिक और आंतरिक क्षमता कम होती जाती है। रोग घातक हैं। जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां इन दिनों बढ़ती जा रही हैं। जो व्यक्ति के औसत जीवनकाल को कम कर सकता है। उम्र बढ़ाने के लिए कोई तकनीक या थेरेपी नहीं है। जीवन का तरीका अच्छा और सही हो तो व्यक्ति आसानी से 120 से 150 तक जी सकता है। विशेषज्ञ यह भी बताते हैं कि भविष्य में, भले ही अन्य तकनीकें साथ आ जाएं, उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को कोई रोक नहीं सकता है।

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