दिल के दौरे को साइलेंट किलर भी कहा जाता है, जो आमतौर पर बिना किसी चेतावनी के आता है। हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक, इस स्थिति को एनजाइना पेक्टोरिस कहा जाता है, जिसका अनुभव दिल का दौरा पड़ने के एक दशक पहले ही हो जाता है। अमेरिकन हार्ट असोसिएशन के अनुसार, कुल 4 तरह के एनजाइना पेक्टोरिस होते हैं। स्टेबल एनजाइना, अस्थिर एनजाइना, माइक्रोवैस्कुलर एनजाइना और वैसोस्पैस्टिक या वैरिएंट एनजाइना। एनजाइना पेक्टोरिस कोरोनरी धमनी की बीमारी का एक लक्षण है, जिसमें मेयो क्लिनिक के अनुसार अक्सर दबोचने, दबाव, भारीपन, जकड़न या फिर सीने में दर्द जैसा महसूस होता है।

शोध से क्या पता चला?
इस रिसर्च में पता चला कि मरीज़ एनजाइना पेक्टोरिस का अनुभव, दिल का दौरा पड़ने के 10 साल पहले कर लेता है। इस रिसर्च में 5 लाख लोगों को शामिल किया गया था, जिनमें सीने में दर्द या हृदय रोग का कोई पूर्व इतिहास नहीं था। निष्कर्षों से पता चला है कि बिना कारण वाले सीने में दर्द वाले रोगियों में पहले वर्ष में दिल का दौरा पड़ने का जोखिम 15% अधिक था, अस्पताल में पहली बार आने के बाद ये दोखिम 10 वर्षों में लगातार बढ़ता गया। शोधकर्ताओं के मुताबिक, जिन लोगों को बिना वजह सीने में दर्द की शिकायत होती है, उन्हें लगातार डॉक्टर से जांच करवाते रहना चाहिए, ताकि वे भविष्य में दिल के दौरे के जोखि को कम कर सकें।


सीने में दर्द होने पर डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं
प्रोफेसर केल्विन जॉर्डन, प्रोजेक्ट लीड और कील यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन में बायोस्टैटिस्टिक्स के प्रोफेसर ने बताया कि सीने में दर्द महसूस होने पर डॉक्टर से ज़रूर चेकअप करवाना चाहिए। सीने में दर्द की वजह कई हो सकती हैं और आमतौर पर मरीज़ों की बीमारी का पता नहीं चल पाता है। हमारी रिसर्च बताती है कि इन मरीज़ों में आगे चलकर हार्ट अटैक की सम्भावना बढ़ जाती है।


हार्ट अटैक के सबसे आम लक्षण
अमेरिकन हार्ट असोसिएशन के मुताबिक, दिल के दौरे के कुछ चेतावनी के संकेत भी हैं:

- सीने में तकलीफ होना

- शरीर के ऊपरी कई हिस्सों में समस्या होना

- सांस फूलना

- मतली

- घबराहट से पसीना आना

- चक्कर आना या सिर घूमना

- बेचैनी, खांसी या फिर घरघराहट भी दिल के दौरे के शुरुआती संकतों में आते हैं।

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