Health Tips- आइए जानते हैं बढ़ते पॉल्यूशन में वॉक करने का सही समय क्या हैं, सुबह या शाम
By Jitendra Jangid- कोरोना के बाद युवा अपनी हेल्थ पर विशेष ध्यान देने लगे हैँ और नियमित व्यायाम और वॉकिंग करने लगे हैं, हेल्थी खाना खाने लगे हैं। अगर हम बात करें वॉकिंग की तो इसके कई लाभ हैं, लेकिन बढ़ते पॉल्यूशन में वॉकिंग करना बहुत ही खतरनाक हैं,सांस के ज़रिए शरीर में प्रवेश करने वाले ज़हरीले कण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं, जिसमें श्वसन संबंधी समस्याएँ, हृदय रोग, किडनी की क्षति और त्वचा संबंधी बीमारियाँ शामिल हैं। ऐसे में अक्सर मन में सवाल उठते हैं कि ठहलने का सही समय क्या हैं, आइए जानते हैं इसके बारे में-
प्रदूषण के खतरे
श्वसन संबंधी समस्याएँ: प्रदूषित हवा में सांस लेने से पुरानी श्वसन संबंधी बीमारियाँ हो सकती हैं और मौजूदा स्वास्थ्य समस्याएँ और भी बढ़ सकती हैं।
हृदय स्वास्थ्य: प्रदूषक हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं, जिससे समग्र हृदय स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
गुर्दे की क्षति: प्रदूषण गुर्दे के कार्य को भी नुकसान पहुँचा सकता है, जिससे दीर्घकालिक स्वास्थ्य जटिलताएँ हो सकती हैं।
त्वचा संबंधी समस्याएँ: ज़हरीली हवा के संपर्क में आने से त्वचा को नुकसान पहुँच सकता है और बुढ़ापा जल्दी आ सकता है।
सुबह की सैर: क्या वे सुरक्षित हैं?
सुबह के समय हवा की गुणवत्ता खराब होती है, खासकर सर्दियों के महीनों में। दिल्ली जैसे शहरों में, सुबह की हवा में अक्सर प्रदूषण होता है, जो कोहरे और धुंध के कारण और भी बढ़ जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ उच्च प्रदूषण वाले दिनों में सुबह की सैर से बचने की सलाह देते हैं, ताकि जोखिम को कम किया जा सके।
शाम की सैर: एक बेहतर विकल्प?
दिन के दौरान हवा की गुणवत्ता में कुछ हद तक सुधार हो सकता है, लेकिन शाम की सैर अभी भी जोखिम पैदा कर सकती है। पीक ट्रैफिक घंटों के दौरान, प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ सकता है। सूर्यास्त के बाद, ठंडा तापमान प्रदूषकों में वृद्धि का कारण बन सकता है। इसलिए, शाम की सैर भी सबसे सुरक्षित विकल्प नहीं हो सकती है।
सैर करने का सही समय ढूँढना
AQI 200 से ऊपर: घर के अंदर रहना और बाहरी गतिविधियों से बचना सबसे अच्छा है।
मध्यम AQI स्तर: यदि AQI ऊंचा है, लेकिन खतरनाक नहीं है, तो फेस मास्क पहनने से जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
घर के अंदर विकल्प: जब प्रदूषण का स्तर अधिक हो, तो सुरक्षित रूप से सक्रिय रहने के लिए योग या स्ट्रेचिंग जैसे घर पर ही व्यायाम करने पर विचार करें।