Health Tips- अस्थमा के रोगी हैं, रात को नींद नहीं आती हैं, तो आजमाएं ये उपाय
अस्थमा एक प्रचलित श्वसन स्थिति है जो बड़ी संख्या में व्यक्तियों को प्रभावित करती है, जिससे अक्सर रात के समय परेशानी बढ़ जाती है। रात में अस्थमा के रोगियों को होने वाली तेज़ खांसी उनकी नींद में काफी खलल डाल सकती है, जिससे चिड़चिड़ापन और तनाव जैसी विभिन्न चुनौतियाँ पैदा हो सकती हैं। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि अस्थमा के रोगी चेन की नींद लेने के लिए क्या आजमाएं-
बाईं ओर करवट लेकर सोएं:
अस्थमा से संबंधित नींद की गड़बड़ी से जूझ रहे लोगों के लिए बाईं ओर करवट लेकर सोने का प्रयास फायदेमंद साबित हो सकता है। यह स्थिति संभावित रूप से वायुमार्ग को खुला रख सकती है, और पैरों के बीच तकिया रखने से रीढ़ की हड्डी स्थिर हो सकती है, जिससे अधिक आरामदायक नींद में योगदान मिलता है।
गर्दन और कंधों को ऊपर उठाकर पीठ के बल सोएं:
यदि बाईं ओर करवट लेकर सोना आरामदायक नहीं है, तो अस्थमा के रोगी तकिए के सहारे अपनी पीठ के बल सोने का विकल्प चुन सकते हैं। यह स्थिति वायुमार्ग को खुला रखने में सहायता करती है, जिससे नींद के दौरान सांस लेने में आसानी होती है।
स्वस्थ आहार बनाए रखें:
पौष्टिक आहार अस्थमा के लक्षणों को प्रबंधित करने और फेफड़ों के समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दैनिक आहार में मेवे, फल और हरी सब्जियाँ शामिल करने से श्वसन संबंधी समस्याओं को कम करने और स्वस्थ नींद पैटर्न में योगदान करने में मदद मिल सकती है।
हाइड्रेटेड रहना:
अच्छी रात की नींद चाहने वाले अस्थमा रोगियों के लिए उचित जलयोजन आवश्यक है। अपर्याप्त पानी का सेवन श्वसन संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकता है। पानी के साथ-साथ, हर्बल चाय और सूप को दैनिक दिनचर्या में शामिल करने से इष्टतम जलयोजन स्तर को बनाए रखने में मदद मिल सकती है।