अगर हम केवल भारत की बात करें तो लाखों की संख्या में लोग दिल की बीमारियों से ग्रसित हैं, जिसके कई कारण होते हैं, जिनमें खराब खान-पान और जीवनशैली भी हैं, इसके अलावा की और कारण भी हैं जो दिल की बीमारियों के लिए कारागार होते हैं, जिनमें वायु प्रद्षण भी एक हैं कारण हैं, वायु प्रदूषण से दुनिया में अनियमित रूप से मौते हो रही हैं, खासकर विकासशील देशों में इसका असर ज्यादा होता है।

इसमें भारत नंबर-1 पर हैं, जिसका असर लोगो की सेहत पर होता हैं, जिसमें फैक्ट्रियों से निकलने वाला प्रदूषण और घरेलू प्रदूषण शामिल है। चूल्हे का धुंआ, कचरा जलाने से निकलने वाला धुआं भी आपके लिए हानिकारक है।

जिसके कारण भारत में प्रदूषण से संबंधित मौतों और बीमारी के बढ़ते बोझ के बीच कोई संबंध नहीं है। वायु प्रदूषण पर भी समय रहते अंकुश लगाने की जरूरत है।

दिल की बीमारी के अलावा वायु प्रदूषण मानसिक बीमारी अवसाद या द्विध्रुवी विकार, आर्थिक बीमारी के लिए कारगार हैँ।

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