यदि डायबिटीज की समस्या को नियंत्रित न किया जाए तो ये कई अन्य तरह की परेशानियों की वजह बन सकती है. साथ ही तमाम परेशानियों में कॉम्प्लीकेशंस की स्थिति पैदा कर सकती है। डायबिटीज (Diabetes) एक लाइलाज बीमारी है. ये बीमारी कभी जड़ से खत्म नहीं होती है, लेकिन अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करके इसे कंट्रोल जरूर किया जा सकता है. तमाम अध्ययन बताते हैं कि वर्ष 2025 तक भारत की लगभग एक-तिहाई आबादी को डायबिटीज हो सकती है. डायबिटीज होने की कई वजह हो सकती हैं, जैसे आनुवांशिकता, पर्यावरणीय परिस्थितियां, जीवनशैली, खराब खानपान और मोटापा. लेकिन अगर हम अपनी कुछ आदतों को नियंत्रित कर लें, तो डायबिटीज को भी आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं. इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कुछ ऐसी आदतों के बारे में जिन में बदलाव करके हम आसानी से डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं आइए जानते हैं इन बदलावों के बारे में विस्तार से -

* तनाव से बचें :

तनाव के कारण कई तरह के हॉर्मोन निकलते हैं जो आपका ग्लूकोज लेवल बढ़ा सकते हैं. इसलिए तनाव को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी है. आप तनाव से बचने के लिए योग और ध्यान आदि की मदद ले सकते हैं।

* व्यायाम को करें रूटीन में शामिल :

डायबिटीज नियंत्रित करने के लिए फिजिकल एक्टिविटीज करना बहुत जरूरी है. इसके लिए नियमित रूप से व्यायाम करें. इसके लिए आप आप नियमित रूप से तैराकी, साइक्लिंग, जॉगिंग, एरोबिक्स जैसी शारीरिक गतिविधियां कर सकते हैं. साथ ही अधिक चिकनाईयुक्त चीजों को खाने से परहेज करें. इससे आपका वजन भी नियंत्रित होगा और डायबिटीज भी कंट्रोल रहेगी।

* स्मोकिंग से करें परहेज :

सिगरेट में मौजूद तम्बाकू और विषैले पदार्थ डायबिटीज पेशेंट्स के लिए मुश्किलें बढ़ा सकते हैं. इसकी वजह से धमनियों को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए स्मोकिंग से पूरी तरह से परहेज करें. डायबिटीज के मरीज अगर स्मोकिंग करें तो उनके लिए हार्ट अटैक, स्ट्रोक या किडनी की बीमारी का खतरा कहीं ज्यादा बढ़ जाता है।

* ग्लूकोज लेवल पर नजर रखें :

डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए ग्लूकोज की जांच सबसे जरूरी है. फ्रीस्टाइल लिब्रे जैसे उपकरण इस मामले में आपके लिए काम के साबित हो सकते हैं. इनकी मदद से आप ग्लूकोज की निगरानी के अलावा वर्कआउट रुटीन, स्वस्थ खानपान और स्वस्थ जीवनशैली का भी प्रबंधन आसानी से कर सकते हैं।

* परिष्कृत चीनी से का ना करे सेवन :

सॉफ्ट ड्रिंक्स, आर्टिफिशियल शुगरयुक्त जूस, स्वीट्स, कैंडी आदि चीजें परिष्कृत शुगर की श्रेणी में आती हैं. ये शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ाती हैं. इस तरह की चीजों से पूरी तरह से परहेज करें. इसके अलावा अल्कोहल से भी परहेज करें. मीठे स्वाद के लिए प्राकृतिक मिश्री का सेवन थोड़ा बहुत कर सकते हैं।

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