Health Care Tips: आप भी करवाना चाहते हैं अपना हेल्थ इंश्योरेंस तो करवाते समय इन बातों का रखें खास ध्यान !
इंटरनेट डेस्क. वर्तमान समय में लोगों का जीवन ऐसा हो चुका है कि कब किसको क्या हो जाए कोई पता नहीं है जीवन के खत्म होने का खतरा सभी के सिर पर हर समय मंडराता रहता है। क्योंकि आज के समय में किसी भी गंभीर बीमारी का शिकार होना बहुत ही आम हो गया है। इसी वजह से आज के समय में अधिकतर लोग अब हेल्थ इंश्योरेंस की स्कीम को लेना पसंद करते हैं। जो भविष्य में उनके परिवार को सुरक्षित महसूस कराने में अपनी अहम भूमिका निभाती है। क्योंकि आज के समय में किसी भी बीमारी के होने पर अस्पताल में भर्ती होना आपकी जेब पर बहुत भारी पड़ सकता है लेकिन अगर हेल्थ इंश्योरेंस है तो इसमें आपको बहुत आसानी हो जाती है। आज के समय में हेल्थ इंश्योरेंस लोगों की एक बहुत ही खास जरूरत है और इसी कारण इसको लेकर मार्केट में कंपटीशन भी देखने को मिलता है। आज के समय में बाजार में हेल्थ इंश्योरेंस करने वाली कंपनियों की भरमार है। लेकिन हेल्थ इंश्योरेंस करवाते समय आपको कुछ खास बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए वरना आपके पैसे और समय दोनों ही बर्बाद हो सकते हैं आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं उन बातों के बारे में जिनका आपको हेल्थ इंश्योरेंस करवाते समय खास ध्यान रखना चाहिए।
1. कंपनी की हिस्ट्री के बारे में जरूर ले जानकारी :
अपना हेल्थ इंश्योरेंस करवाते समय सबसे पहले आप जिस कंपनी से हेल्थ इंश्योरेंस करवा रहे हैं उसके बारे में पूरी जानकारी दें। हेल्थ इंश्योरेंस करवाने से पहले यह जरूर देख लें कि आप जिस कंपनी को चुन रहे हैं वह पहले से मेडिकल हेल्थ इंश्योरेंस कॉपी आ रही है या नहीं। क्योंकि नई कंपनियां अक्सर धोखाधड़ी या फिर चक्कर कटवाने वाले काम करती है।
2. पुरानी बीमारियां :
अपना हेल्थ इंश्योरेंस करवाने से पहले यह जरूर जान ले कि आप जिस कंपनी से हेल्थ इंश्योरेंस करवा रहे हैं वह आपको पुरानी बीमारी के कारण हॉस्पिटल में भर्ती होने पर आपको क्लेम देती है या नहीं। क्योंकि अधिकतर कंपनियां पुरानी बीमारियों जैसे डायबिटीज या बीपी से ग्रसित होने पर हेल्थ क्लेम करीब 3 साल बाद देती है। इसलिए किसी भी कंपनी से हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय यह जरूर जान ले कि पीईडी को लेकर इस कंपनी की क्या शर्ते हैं और यह कंपनी पुरानी बीमारियों के लिए कब से क्लेम करने की सर्विस देती है।
3. सभी खर्चों का कवर होना :
आज के समय में किसी भी बीमारी का कोई पता नहीं और शरीर से जुड़ी कौन सी समस्या कब हमारे ऊपर हावी हो जाए तो ऐसी स्थिति में हेल्थ इंश्योरेंस हमारे ऊपर आई हेल्थ प्रोबलम में वित्तीय साधन की तरह काम करता है। किसी भी डॉक्टर को दिखाने का खर्च और दवाओं का खर्च और कई तरह की जांचओ से जुड़ा हुआ खर्च बहुत महंगा होता है इसलिए इस बात को जरूर ध्यान में रखेगी आपकी कंपनी के सभी खर्चों को उठाने की सुविधा देती है या नहीं।
4. पेरेंट्स बनने से पहले जान लें ये बातें :
पैरंट्स बनने से पहले अपना हेल्थ इंश्योरेंस करवाते समय कंपनी से इस बात को अच्छी तरह क्लियर कर ले क्योंकि अधिकतर कंपनियां प्रेगनेंसी पीरियड में और बेबी की डिलीवरी के समय हेल्थ इंश्योरेंस में कवर नहीं करती है हो सकता है कि जिस कंपनी से आप अपना हेल्थ इंश्योरेंस करवा रहे हैं वहां का एजेंट इसे कवर करने की बात आपसे कह दे और बाद में मुकर जाए इसलिए अपना हेल्थ इंश्योरेंस की स्कीम लेते समय इस चीज को अच्छी तरह क्लियर कर ले।