Health Care Tips: अगर आपको भी है ये बीमारियां तो हो जाए सावधान, आपका दिल भी हो सकता है कमजोर !
इंटरनेट डेस्क. आपने देखा होगा कि पिछले कुछ समय से हमारे देश में दिल से जुड़ी बीमारियों के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आज के समय में कम उम्र में ही लोगों को हार्टअटैक आ रहा है दिल की बीमारियां बढ़ने का सबसे बड़ा कारण वर्तमान समय में लोगों की बिगड़ी लाइफ़स्टाइल की वजह से होने वाली अन्य बीमारियां हैं। इन बीमारियों की तरफ लोग ध्यान नहीं देते। इन बीमारियों में धूम्रपान और डायबिटीज तथा मोटापा जैसी समस्याओं के कारण भी दिल से जुड़ी बीमारियां होने लगती है। और आज के समय में युवा लोगों में बिगड़ी लाइफस्टाइल और शराब का ज्यादा सेवन करने से भी इस बीमारी का कारण है।
हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि दिल से जुड़ी बीमारियों के लक्षणों की समय पर पहचान करके हार्ट अटैक जैसी समस्याओं को कंट्रोल किया जा सकता है। ज्यादातर मामलों में इस बीमारी का इलाज करवा कर सामान्य जीवन को फिर से शुरू किया जा सकता है इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप अपनी जीवनशैली में बदलाव करें। अपनी डाइट में संतुलित आहार का सेवन करें और शारीरिक रूप से सक्रिय रहे। नियमित रूप से व्यायाम करें। अपने शरीर में ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखें। ऐसा करने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
* इन बीमारियों को किया जा सकता है कंट्रोल :
दिल से जुड़ी बीमारियां होने के पीछे हमारे शरीर में होने वाली अन्य बीमारियां होती है। जिनको यदि समय रहते कंट्रोल कर लिया जाए तो दिल से जुड़ी बीमारी का जोखिम कम हो जाता है। हाइपरटेंशन और डायबिटीज जैसी बीमारियों को कंट्रोल में करके दिल से जुड़ी बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके अलावा आज के समय में ऐसी कई दवाइयां आती है जो हार्टबीट को कंट्रोल में करने का काम करती है और खून को पतला करती है। लेकिन इन दवाओं का सेवन हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए। दिल से जुड़ी बीमारियों से बचे रहने के लिए आप यह तरीके भी अपना सकते हैं। जानिए इन तरीकों के बारे में -
* दिल से जुड़ी बीमारी से जुड़े लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें इन लक्षणों में छाती में तेज दर्द होना, अचानक से बहुत ज्यादा पसीना आना और बेचैनी होना आदि।
* अपनी डाइट का खास ध्यान रखें और जंक फूड से परहेज करें।
* नियमित रूप से योग करें।
* नियमित रूप से कम से कम 15 मिनट तक एक्सरसाइज जरूर करें।
* मेंटल स्ट्रेस को ज्यादा न बढ़ने दें।