कोरोना जैसी महामारी के आने के बाद से लोगों में मानसिक समस्याएं काफी ज्यादा बढ़ गई है। मांझी समस्याओं का शिकार बच्चों से लेकर बड़े भी होने लगे हैं। अगर आपको भी बिना किसी वजह से नहीं था या अकेले रहने का मन, किसी काम में मन ना लगना और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं हो रही है तो आपको इस पर ध्यान देने की बहुत जरूरत है क्योंकि यह सब मानसिक स्वास्थ्य के खराब होने के शुरुआती लक्षण होते हैं यदि समय पर इस समय समाधान ना किया जाए तो आपका मानसिक स्वास्थ्य खराब हो सकता है जिसकी वजह से कई तरह की बीमारियां हमारे शरीर को अपना शिकार बना सकती है।

हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य खराब होने की वजह से हार्ट डिजीज होने का खतरा रहता है मानसिक स्ट्रेस की वजह से है हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकते हैं जिसकी वजह से लोगों में हार्ट अटैक होने का खतरा हो सकता है। यदि कोई व्यक्ति हमेशा चिंता या मानसिक तनाव में रहता है तो इनकी वजह से उसके लाइफस्टाइल पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जिसकी वजह से उसके शरीर में मोटापे की समस्या बढ़ने लगती है। मोटापे की वजह से हमारे शरीर में कई तरह की बीमारियां होने लगती है।

पुराना जैसी महामारी के बाद देखा जा रहा है कि लोगों में हार्ट अटैक की समस्या बढ़ती जा रही है इस बीमारी के होने का एक सबसे मुख्य कारण मानसिक स्वास्थ्य है। मानसिक रूप से अस्वस्थ होने पर शरीर में स्ट्रेस बढ़ने लगता है जिसकी वजह से कई बार कोर्टिसोल हार्मोन ज्यादा बनने लगता है और मेटाबॉलिज्म में ठीक नहीं रहता। किस हार्मोन के हमारे शरीर में ज्यादा बनने से इंसान को ज्यादा मीठा और फैट वाला भोजन खाने की इच्छा होने लगती है जिससे शरीर में वजन बढ़ने लगता है।

* डायबिटीज के होने का खतरा :

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार मानसिक स्वास्थ्य ठीक ना होने की वजह से लोगों में टाइप टू डायबिटीज की समस्या हो सकती है. कई मरीज होते हैं जिनका मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं होता उनके ब्लड में शुगर लेवल ज्यादा पाया गया है। और कई मरीजों में प्री- डायबिटीक की समस्या भी होने लगती है।

* इस तरह रखें मेंटल हेल्थ को ठीक :

1. हमेशा अपने नींद के पैटर्न को ठीक रखें।

2. बिना किसी वजह मेंटल स्ट्रेस न लें।

3. सोशल मीडिया का कम से कम इस्तेमाल करें

4. रोजना एक्सरसाइज करें और खुद को एक्टिव रखें

5. कोशिश करें कि दिन में अपने काम के अलावा हॉबी से जु़ड़ी कोई एक्टिविटी करें

6. अगर अकेलापन महसूस हो रहा है तो दोस्तों से मिलें

7. अगर बिना वजह चिंता हो रही है या ज्यादा सोच रहें है तो मनोरोग विशेषज्ञ से सलाह लें।

Related News