Health Care Tips: Meditation से जुड़ी इन मिथ्स पर भूलकर भी ना करें भरोसा !
वर्तमान समय में आपने देखा होगा कि अधिकतर लोग कई तरह की मानसिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। कई लोगों का मानना है कि मानसिक समस्याओं से राहत पाने के लिए मेडिटेशन और कई तरह के मेंटल हेल्थ एक्सरसाइज कारगर होते हैं यह उपाय हमें मानसिक रूप से ही नहीं बल्कि फिजिकल रूप से भी स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। मानसिक और शारीरिक रूप से फायदा पहुंचाने वाले इस मैडिटेशन को लेकर लोगों के बीच में कई तरह की गलत धारणा है फैली हुई है जिसकी वजह से इन पर विश्वास करके अपने फायदे की जगह नुकसान कर बैठते हैं। आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं मेडिटेशन से जुड़ी उन बातों के बारे में जो गलत है जिन पर आपको विश्वास नहीं करना चाहिए। आइए जानते है विस्तार से -
* मेडिटेशन को लेकर लोगों में यह धारणा फैली हुई है कि मेडिटेशन को करते समय आप एक ही जगह पर काफी देर तक आंखों को बंद करके बैठने की जरूरत नहीं है आप इससे दांत साफ करते समय या फिर खाना खाते समय या अन्य कोई प्रतिक्रिया करते समय कहीं पर भी कर सकते हैं जबकि आपका ऐसा सोचना गलत है।
* मैडिटेशन और योग दोनों ही अलग-अलग होते हैं क्योंकि योग के दौरान कई तरह के अलग-अलग आसन करके बॉडी में मूवमेंट किया जाता है जबकि मेडिटेशन में ऐसा नहीं होता मेडिटेशन करते समय इंसान ध्यान लगाकर अपनी एलर्जी के लिए किसी खास चीज या अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करता है मेडिटेशन को आप खड़े होकर या लेट कर भी आसानी से कर सकते हैं।
* मैडिटेशन को लेकर लोगों में यह धारणा फैली हुई है कि आप इसे ग्रुप एक्टिविटी नहीं कर सकते इसे हमेशा अकेले में ही करना चाहिए जबकि मैडिटेशन को लेकर कहीं जाने वाली यह बात पूरी तरह से गलत है।
* मेडिटेशन कई तरह का होता है और लोगों के बीच में इसको लेकर यह धारणा फैली हुई है कि कौन सा मेडिटेशन का तरीका इससे बेहतर होता है इसलिए आपको बताना चाहते हैं कि आप किसी भी तरह का मेडिटेशन कर सकते हैं उसका रिजल्ट इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितना ध्यान लगा पाते हैं।
* मेडिटेशन करने के लिए कोई स्पेशल तरीका नहीं है यह बात भी लोगों के बीच में फैली हुई है और कहा जाता है कि आप इसे किसी भी तरह से कर सकते हैं। कई लोग आने की वजह से इसे नहीं कर पाते ऐसे में आप अपने लिए अपना कंफर्ट जोन ढूंढे क्योंकि मेडिटेशन का फायदा हमें सीरियस होकर करने से ही मिलता है।