सर्दियों के मौसम की शुरुआत हो चुकी है और सर्दी के मौसम में खांसी और जुकाम की समस्या के अलावा जो सबसे ज्यादा होती है वह है बुखार। ऐसी स्थिति में संक्रमण का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है जिसकी वजह से बुखार आना एक आम बात होती है आपने देखा होगा कि कहीं लोग बुखार को दूर करने के लिए एलोपैथिक मेडिसिन के बजाय कई तरह के घरेलू उपाय करना पसंद करते हैं और इन घरेलू उपायों में वह कई तरह की आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करने लगते हैं। कई बार लोग बुखार को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटी अश्वगंधा का सेवन करने लगते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि अश्वगंधा बुखार के दौरान सेवन करने से आपको इसके फायदे की जगह नुकसान हो सकते हैं। आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से -


* अश्वगंधा है एक आयुर्वेदिक औषधि :

आयुर्वेदिक औषधि अश्वगंधा का इस्तेमाल आमतौर पर पाउडर या टेबलेट के रूप में किया जाता है इसके इस्तेमाल करने से कई बीमारियों का खात्मा किया जा सकता है। कोरोना जैसी महामारी के दौरान कई लोग अश्वगंधा का काढ़ा पीने लगे थे क्योंकि इसके सेवन करने से इम्यूनिटी को बूस्ट किया जा सकता है। ताकि हमारे शरीर को संक्रमण के खतरे से बचाया जा सके और किसी भी तरह का वायरल डिजीज हमारे शरीर को अपना शिकार ना बना सके।


* बुखार की समस्या के दौरान ना करें अश्वगंधा का सेवन :

हम सब अच्छी तरह जानते हैं कि अश्वगंधा का सेवन हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है लेकिन हमेशा ही इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए वरना आपको फायदे की जगह नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं। खास रूप से इसका सेवन उस समय बंद कर देना चाहिए जब आप बुखार की समस्या से पीड़ित है। क्योंकि अश्वगंधा को बचाना आसान नहीं होता है। क्योंकि बुखार की समस्या के दौरान पाचन तंत्र प्रभावित रहता है ऐसे में आपको पेट से जुड़ी परेशानियां हो सकती है जिसमें गैस और अपच तथा कब्ज जैसी समस्याएं शामिल है।


* हो सकती है लिवर से जुड़ी समस्या :

अश्वगंधा के इस्तेमाल से हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है लेकिन इसका सेवन ज्यादा मात्रा में करने से यह हमारे शरीर में फायदे भी ज्यादा नुकसान भी कर सकती है इसलिए इस आयुर्वेदिक जड़ी बूटी का सेवन करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर ले ले। हमेशा खुद डॉक्टर बनने की कोशिश ना करें क्योंकि अश्वगंधा का ज्यादा इस्तेमाल करने से लीवर से जुड़ी समस्या का खतरा बढ़ सकता है।

Related News