Health Care Tips: एक्सपर्ट के अनुसार डेंगू और कोविड के लक्षणों में होता है अंतर इस तरह करें इनकी पहचान !
हमारे देश में अभी भी कोविड के मामले देखने को मिल रहे हैं लेकिन वर्तमान समय में डेंगू की बीमारी भी तेजी से बढ़ती दिखाई दे रही है कई लोग जो डेंगू की समस्या से पीड़ित है उन्हें लगता है कि उन्हें कोविड की समस्या हो गई है इसलिए ज्यादातर लोग बुखार की समस्या होने पर क्विड की जांच करवा रहे हैं लेकिन इसको लेकर हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि इस समय बुखार होने पर कोविड से पहले डेंगू की जांच करवाना जरूरी है इन दोनों बीमारियों के लक्षणों में काफी अंतर होता है जिसको जानना सबके लिए जरूरी है। आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं डेंगू और कोविड के लक्षणों में अंतर के बारे में -
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार डेंगू और कोविड की समस्या में पीड़ित व्यक्ति को बुखार आता है। डेंगू की समस्या में यदि पीड़ित व्यक्ति का समय पर ठीक तरह से इलाज ना करवाया जाए तो मौत होने की भी आशंका रहती है लेकिन कोविड के मामलों में अब गंभीरता काफी कम हो चुकी है। डॉक्टर के अनुसार डेंगू वायरस से संक्रमित होने पर व्यक्ति को बदन दर्द और तेज बुखार तथा उल्टी आती है और उसकी प्लेटलेट्स की संख्या भी काफी तेजी से कम होने लगती है और वही कोविड में बुखार के साथ-साथ पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में कई तरह की परेशानी होती है और गले में इंफेक्शन भी हो सकता है लेकिन डेंगू की समस्या होने पर गले में इंफेक्शन की समस्या नहीं होती।
डेंगू की बीमारी होने पर पीड़ित व्यक्ति मैं इंटरनल ब्लीडिंग हो जाती है जबकि कॉमेडी से पीड़ित व्यक्ति में ऐसा कुछ नहीं होता डेंगू की समस्या होने पर शरीर पर लाल दाने होने लगते हैं जबकि कॉमेडी में यह समस्या नहीं होती और डेंगू को शॉक सिंड्रोम हो सकता है जबकि कॉमेडी की बीमारी में इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति का रेस्परेटरी सिस्टम प्रभावित होता है। डेंगू की समस्या होने पर बदन दर्द और कमजोरी भी हो सकती है और इसी के साथ उल्टी और दस्त की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है।
* इस तरह से करे इन बीमारियों की पहचान :
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार यदि किसी व्यक्ति को बुखार हो रहा है और 2 दिन से ज्यादा समय तक दवाई लेने के बाद भी नहीं उतर रहा है तो उस व्यक्ति को अपना ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए उस व्यक्ति के लिए डेंगू और कोविड की जांच दोनों ही करवाना जरूरी है। रिपोर्ट आने के बाद जिस भी बीमारी की पुष्टि की जाए डॉक्टर से तुरंत उसका इलाज शुरू करवाएं।