हरतालिका तीज का शुभ मानसून त्योहार आ चूक है। इस वर्ष यह 30 अगस्त को मनाया जा रहा है। यह दिन भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित है, जहां महिलाएं अपना आशीर्वाद पाने के लिए व्रत रखती हैं। हरतालिका तीज का त्योहार भाद्रपद के उत्तर भारतीय चंद्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है।

महिलाएं हरतालिका तीज क्यों मनाती हैं?
हरतालिका तीज का त्योहार विवाहित महिलाओं के लिए अत्यंत महत्व रखता है। इस दिन महिलाएं नए कपड़े पहनकर माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं। वे एक उपवास (निशिवसर निर्जला व्रत के रूप में भी जाना जाता है) का पालन करते हैं जो हरतालिका तीज की शाम के दौरान शुरू होता है और अगले दिन पूरे दिन के पालन के बाद तोड़ा जाता है जिसमें महिलाएं पीने के पानी से भी परहेज करती हैं।

भक्त माता पार्वती से प्रार्थना करते हैं, जिन्होंने भगवान शिव से विवाह करने के लिए अत्यंत समर्पण और भक्ति के साथ प्रार्थना की। हरतालिका या मां हरतालिका के नाम से देवी की पूजा की जाती है।

हरतालिका तीज कहाँ मनाई जाती है?
हरतालिका तीज मुख्य रूप से झारखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र राज्यों में बहुत भव्यता के साथ मनाई जाती है।

तीज क्या है?
तीज तीसरे दिन को संदर्भित करता है जो हर महीने अमावस्या के बाद आता है, और तीसरा दिन हर महीने की पूर्णिमा की रात के बाद आता है। देश में कई तरह की तीज मनाई जाती है। तीज के मानसून त्योहार में क्रमशः हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज शामिल हैं।

'तीज' मूल रूप से देश के विभिन्न हिस्सों में मनाए जाने वाले मानसून त्योहारों को संदर्भित करता है।

Related News