Garuda Purana : इस तरह के कर्म करने पर पर अगले जन्म में ब्राह्मण को बनना पड़ता है बैल
श्रीकृष्ण ने गीता में कई चीजों के बारे में उल्लेख किया है जिनके बारे में हम सभी को जान लेना चाहिए। गीता में बताया गया है कि मरने के बाद आत्मा सिर्फ शरीर बदलती है और ऐसे ही जन्म मरण का सिलसिला चलता रहता है। जब तक आत्मा को मोक्ष प्राप्त ना हो जाए तब तक यही सिलसिला जारी रहता है।
गरुड़ पुराण में ये भी कहा गया है कि व्यक्ति को अगला जन्म उसके कर्मों के आधार पर मिलता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कौनसे कर्मों के लिए कौन सा जन्म भोगना पड़ता है।
1. गरुड़ पुराण के अनुसार ब्राह्मण को धर्म का पालन करना चाहिए। यदि एक ब्राह्मण अपने इस कर्म से विमुख हो जाए, तो उसे अगला जन्म एक बैल के रूप में होता है।
2. अपनी पत्नी पर झूठे आरोप लगा कर जो उसका त्याग कर देता है ऐसे मनुष्य कोअगले जन्म में चक्रवाक नामक पक्षी बनना पड़ता है। ये पक्षी बेहद ही कर्कश होता है।
3. जो महिलाएं अपने घर में क्लेश करती हैं, अपने पति को अपशब्द कहती है, वो महिलाएं अगले जन्म में जोंक बनती हैं।
4. जो लोग अपने दोस्त को धोखा देते हैं वो अगले जन्म में गिद्ध बनना पड़ता है। अपने गुरु को नीचा दिखाने वाला शिष्य अगले जन्म में ब्रह्मराक्षस बनता है।
5. छल, कपट और चालाकी से जो लोग दूसरों का अहित करते हैं, उन्हें धोखा देते हैं, उन्हें अगले जन्म में उल्लू बनना पड़ता है।