खाने का स्वाद और सेहत दोनों बिगाड़ सकता है नकली बेसन, ऐसे करें मिलावटी बेसन की पहचान
बेसन खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। बेसन में मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम और अन्य महत्वपूर्ण खनिज हड्डियों को मजबूत रखने में मदद कर सकते हैं। इतना ही नहीं बेसन की मदद से किचन में अनगिनत स्वादिष्ट व्यंजन भी तैयार किए जा सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर बेसन में मिलावट हो तो यह खाने का स्वाद और सेहत दोनों खराब कर सकता है। तो आइए जानते हैं असली और नकली बेसन की पहचान कैसे करें।
बेसन में मिलावट की जांच के लिए आप हाइड्रोक्लोरिक एसिड की मदद ले सकते हैं। इसके लिए एक प्याले में दो चम्मच बेसन लेकर उसमें दो चम्मच पानी मिलाकर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट में दो चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालकर कुछ देर के लिए छोड़ दें। अगर बेसन का रंग लाल दिखाई दे तो समझ लें कि बेसन मिलावटी है और अगर रंग नहीं बदला तो आपका बेसन असली हो सकता है.
बेसन में मिलावट की जांच के लिए आप नींबू का इस्तेमाल कर सकते हैं। बेसन में मिलावट की जांच के लिए दो चम्मच बेसन में दो चम्मच नींबू का रस और दो चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिलाएं। इसे 5-7 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें। थोड़ी देर बाद अगर बेसन लाल या ब्राउन हो जाए तो समझ लें कि आपका बेसन नकली हो सकता है.
मिलावटी बेसन खाने से पेट में दर्द, पेट में गैस या एलर्जी हो सकती है। अगर बेसन में खेसारी का आटा मिला दिया जाए तो इसका सेवन करने से जोड़ों में दर्द हो सकता है वहीं बेसन में कई बार केमिकल का इस्तेमाल होता है जो दिल और दिमाग के लिए सही नहीं होता है.