सर्दी के मौसम में ठंडी हवाएं मौसम को सुहाना बंनाने के साथ साथ कुछ बीमारियां भी पुरे सीज़न परेशान करती हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो ठंड आते ही फ्लू की चपेट में आ जाते हैं, तो परेशान न हों, हम आपके लिए लाए हैं, कुछ ऐसे उपाय जो आपकी इस सीज़न मदद कर सकते हैं।

सर्दी के मौसम में यूकालिप्टस यानी नीलगिरि की कुछ पत्तिया या ठंडल लेनी है और उसे शॉवर के आसपास बांध देना है। इससे होगा ये कि जब आप गर्म पानी से नहाएंगे, तो भांप में यूकालिप्टस की खुशबू भी मिल जाएगी, तो आपको फायदा कर सकती है। नीलगिरि की पत्तियों के वैसे भी कई फायदे हैं, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो साइनसाइटिस और मौसमी फ्लू से जूझते हैं।

तो ऐसे करें नीलगिरि की पत्तियों का इस्तेमाल

श्वसन तंत्र के लिए फायदेमंद
नीलगिरि की पत्तियों में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, जो संक्रमण को ख़त्म करने का काम करते हैं।

भांप लेना
आप पानी में यूकालिप्टस यानी नीलगिरि की पत्तियों को डालकर उबाल लें और फिर इसकी भांप को सांस के ज़रिए अंदर लें। इसके अलावा अगर आप नहाने के गर्म पानी में इन पत्तियों को डालते हैं, तो इसकी भांप में सांस लेने से आपकी बंद नाक खुल सकती है और बलगम भी कम होता है।

यूकालिप्टस की खुशबू
बाथरूम में अक्सर नाली या फिर साफ-सफाई के लिक्विड की गंध आती है। लेकिन अगर आप बाथरूम में गर्म पानी में नीलगिरि की कुछ पत्तियों को डुबो कर रख दें, तो इससे आपका बाथरूम महक उठेगा और आप भी तरोताज़ा महसूस करेंगी।

दिनभर की थकान दूर हो सकती है
बाथरूम में नीलगिरि की पत्तियों की खुशबू तो फैलती ही है, जिससे आप रिफ्रेश महसूस करते हैं। साथ ही हरी पत्तियों को देख आपकी दिनभर की थकान भी दूर होती है।

कुछ दिन में ही आप क्या बदलाव महसूस करेंगी?
आप बार-बार होने वाली सर्दी-ज़ुकाम से बचेंगी।
आपको नींद अच्छी आएगी।
आपको बंद नाक के लिए किसी तरह की दवाई या फिर नेज़ल स्प्रे की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। आपको सिर्फ गुनगुने पानी से नहाना है।
इससे तनाव, बेचैनी और चिंता जैसे लक्षण भी दूर होते हैं।
बुखार से भी बचेंगे।
आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन नीलगिरि डायबिटीज़ के मरीज़ों में ब्लड शुगर के स्तर को भी कम करता है।

Related News