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कपल्स आधा समय अपनी लाइफ को सेट करने और घर आदि लेने में निकाल देते हैं। ऐसे में कप्लस जल्दी बच्चा नहीं चाहते हैं। जो महिलाऐं नौकरी करती हैं वे बच्चा कंसीव नहीं करने के लिए कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का भी सेवन करती है। बर्थ कंट्रोल पिल्स हर दिन लगातार लेने पर प्रेग्नेंसी को रोकने में 99% प्रभावी होता हैं। लेकिन आपको शायद जानकारी ना हो कि 21 दिनों तक बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करने से इसका सीधा असर लव लाइफ पर भी पड़ता है।अक्सर देखा जाता है कि जो महिलाएं लगातार बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करती हैं उनकी योनइच्छा में कमी होने लगती है।एक्सपर्ट से जानते हैं कि बर्थ कंट्रोल पिल्स से कैसे कमेच्छा प्रभावित होती है ?

बर्थ कंट्रोल पिल्स महिलाओं में कामेच्छा को कैसे प्रभावित करती हैं?
बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन लगातार करने वाली महिलाओं के वजाइना में ड्राईनेस बढ़ जाती है जिससे यौन संबंध बनाने की इच्छा में कमी आने लगती है। इनसे महिलाओं का पीरियड स्वभाविक रूप से नॉर्मल नहीं रहता। इसे एमेनोरिया कहते हैं।

गोली लेने के बाद कई बार महिलाओं को लंबे समय तक पीरियड्स नहीं होते। एमेनोरिया के लक्षण महिला की आवाज़ भारी होना, मांसपेशियों के आकार में वृद्धि, सिरदर्द,नज़रों की समस्याएं या कामेच्छा कम होना आदि। ओव्यूलेशन ना होने से पीरियड के दौरान हार्मोन में वृद्धि नहीं होती जिस से शारीरिक संबंध बनाने का मन नहीं करता है।

बर्थ कंट्रोल पिल्स कैसे हार्मोन और शरीर को करती हैं प्रभावित?
ओरल बर्थ कंट्रोल पिल्स में या तो एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन दोनों होते हैं या अकेला प्रोजेस्टेरोन होता है जो ओव्यूलेशन को दबा देता हैं जिससे ब्रेस्ट टेंडरनेस, मूड में बदलाव, वजन बढ़ना,वजाइना में ड्राईनेस होने जैसे लक्षण दिखते हैं।

बर्थ कंट्रोल पिल्स कैसे मूड को प्रभावित करती हैं?
बर्थ कंट्रोल पिल्स में मौजूद हार्मोन मस्तिष्क में सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर पर प्रभाव डाल सकते हैं, जो मूड को बनाने में अहम होते हैं।

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