उद्योग के पर्यवेक्षकों के अनुसार, टैरिफ मूल्य वृद्धि के कारण मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं के बीच दोहरे सिम का उपयोग घट रहा है और अगले तीन वर्षों में इसमें 25% की गिरावट आने की उम्मीद है। रिसर्च फर्म सीएलएसए का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2012 तक ड्यूल-सिम उपयोगकर्ताओं की संख्या 140 मिलियन होगी, जो वित्त वर्ष 2015 तक घटकर 105 मिलियन हो जाएगी।

दूरसंचार क्षेत्र के रुझानों को रेखांकित करते हुए शोध फर्म ने एक रिपोर्ट में कहा कि वित्त वर्ष 22-25 के दौरान, भारत में स्मार्टफोन मालिकों की संख्या लगभग 50% से बढ़कर 700 मिलियन हो जाएगी, जिसमें डुअल सिम उपयोगकर्ताओं में 105 मिलियन और 4G फीचर फोन की गिरावट की संभावना है। उपयोगकर्ताओं द्वारा 50 मिलियन तक।

रिलायंस जियो ने 2016 से फ्री वॉयस और लो-कॉस्ट पेड डेटा प्लान लॉन्च किया था। तब से ड्यूल सिम के उपयोग में तेजी से वृद्धि देखी गई है। अब कैरियर्स ने 2019 से पूरे बोर्ड में टैरिफ बढ़ाना शुरू कर दिया है। पिछले साल नवंबर में टैरिफ में 20-25% की बढ़ोतरी के बाद डुअल सिम की संख्या में भी तेज गिरावट देखी गई, ज्यादातर सिम समेकन या उपयोगकर्ताओं द्वारा उपयोग नहीं किए जाने वाले सिम में से एक को बंद करने का विकल्प चुनने के कारण।

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