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हम सभी अपनी पलकें झपकते हैं लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया है कि आप अपनी झलकें एक मिनट में कितनी बार झपकते हैं। पलकों का ज्यादा झपकना या फिर फड़फड़ाना किसी न्यूरोलॉजिकल की गंभीर बीमारी के कारण हो सकते हैं।

पलक झपकने की आदत ज्यादा बढ़ जाए तो यह आंख में ज्यादा दिक्कत पैदा कर सकती है। अगर आपको भी ये समस्या हो रही है तो आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

1 मिनट में इससे ज्यादा बार पलकें झपकती हैं तो रहें सतर्क

ज्यादातर लोग एक मिनट में 15-20 बार पलक झपकते हैं। आंखों को सही से ऑक्सीजन मिले और इसके अलावा गंदगी साफ करने और स्वस्थ्य रहने के लिए पलके झपकना अच्छा होता है। लेकिन अगर आप ज्यादा पलकें झपकाते हैं तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। आइए आपको बताते हैं बीमारियों के लक्षण। ब्लेफरोस्पाज्म की बीमारी में बार-बार पकल झपकने की दिक्कत शुरू होती है।

ब्लेफरोस्पाज्म का कारण

ब्लेफरोस्पाज्म का कोई खास कारण नहीं है। लेकिन इस बीमारी के बाद दिमाग का कामकाज काफी ज्यादा प्रभावित होता है। जब दिमाग ठीक से काम नहीं करता है तो पलकें कंट्रोल से बाहर हो जाती है और पलक झपकना बढ़ जाता है।

इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

ब्लेफेरोस्पाज्म के संकेत छोटी पलकों के फड़कने से शुरू होता है और कभी कभी ये काफी अधिक बढ़ जाता है। अगर फड़कन अधिक बार हो जाए तो आंख पूरी तरह से बंद हो जाती है। जिसके कारण काफी ज्यादा मुश्किल हो जाती है। इसलिए डॉक्टर को जल्द से जल्द दिखाना चाहिए।

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