विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना को महामारी घोषित कर दिया है। भारत में अब तक कोरोनावायरस पोजिटिव 77 केस मिल चुके है। भारत में कोरोनावायरस से एक मौत भी हो चुकी है। पूरी दुनिया इस भयावह बीमारी का इलाज ढूंढने में लगी है लेकिन फ़िलहाल इसके लिए कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी है।

लोगों को अगर मौसमी बुखार भी हो रहा है तो उसे कोरोनावायरस समझ कर वे घबरा रहे हैं। दरअसल कोरोना, सर्दी-बुखार या सीजनल फ्लू से बिल्कुल अलग है। इनके अंतर के बारे में जानते हैं।

मौसमी बुखार
मौसमी बुखार अचानक हो जाता है। ये अक्सर बदलते मौसम में लापरवाही बरतने से होता है।
लक्षण: सूखी खांसी, बुखार, मांसपेशियों में दर्द,सिरदर्द, गले में दर्द, थकान, नाक से पानी बहना
अन्य लक्षण: दस्त, उल्टी
लक्षण 2 से 4 दिन तक दिखते हैं।
जटिल मामले: एक फीसदी केस (निमोनिया वाले)
अगर आप प्रॉपर ट्रीटमेंट लेते हैं तो आप 1 हफ्ते में सही हो जाएंगे।


सामान्य सर्दी
जब हम ठंडी चीजें खा लेते हैं या ठंडी हवा लगती है तो ये बुखार हो जाता है।
लक्षण: बहती नाक, छींक, गले में दर्द
अन्य लक्षण: शरीर या मांसपेशियों में दर्द, सामान्य बुखार, सिरदर्द और थकान
लक्षण 2 से 3 दिन तक दिखते हैं।
सामान्य दवाओं या घरेलू उपचार से आप कुछ दिन में ठीक हो जाएंगे।

कोरोनावायरस
लक्षण: बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सूखी खांसी, थकान
अन्य लक्षण: सिरदर्द, खून वाली खांसी और दस्त
संक्रमण के लक्षण सामान्यत: 1-14 दिन तक,कुछ मामलों में 24 दिन भी दिखते हैं।
कोरोना से पीड़ित मामलों में 5 फीसदी मामले ऐसे हैं जो बेहद जटिल थे।
कोरोनावायरस जब बढ़ने लगता है तो निमोनिया, मल्टीपल आर्गन फेल्योर, सांस लेने में परेशानी जैसे मामले सामने आते हैं।
इसकी अब तक कोई दवा और इलाज नहीं मिल पाया है।
अगर आप प्रॉपर ट्रीटमेंट लेते हैं तो दो से छह सप्ताह के अंदर लोग ठीक हो सकते हैं।

कोरोनावायरस की जांच कब करवाएं
जो लोग पिछले कुछ दिनों में कोरोनावायरस से प्रभावित देशों की यात्रा से लौटे हैं या कोरोना से ग्रस्त लोगों के संपर्क में आए हैं तो उन्हें टेस्ट करवाना जरूरी है।

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