दोस्तों, अनचाहे गर्भ से बचने के लिए अधिकांश महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन इसके कई खतरनाक साइड इफेक्‍ट भी हो सकते हैं। दवाओं के अधिक इस्तेमाल से बांझपन की समस्या भी हो सकती है। इसलिए प्राकृतिक गर्भनिरोधक को जन्‍म पर नियंत्रण के लिए सबसे बेहतर तरीका माना जाता है। इस स्टोरी में हम आपको बताना चाहते हैं कि प्राकृतिक रूप से गर्भनिरोधक आजमाने के कई फायदे हैं।

- चीन में हुए एक शोध के मुताबिक, प्राकृतिक गर्भनिरोधक के प्रभावी होने की संभावना 97 से 100 प्रतिशत तक होती है। यह पूरी तरह से सुरक्षित तरीका है।

- गर्भनिरोधक गोलियों के इस्तेमाल से ब्रेस्‍ट कैंसर के होने की संभावना बनी रहती है। लेकिन प्राकृतिक गर्भनिरोधक से यह खतरा बिल्कुल नगण्य हो जाता है।

- गर्भनिरोधक गोलियों के इस्तेमाल से संबंध बनाने की क्षमता भी प्रभावित होती है। जब प्राकृतिक गर्भनिरोधक से आपकी यह क्षमता बरकरार रहती है।

- गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से सिरदर्द, बदन दर्द, अनिद्रा, भूख न लगने जैसी समस्‍या होती है। प्राकृतिक गर्भनिरोधक का प्रयोग करने से ऐसा नहीं होता।

- दोस्तों, प्राकृतिक गर्भनिरोधक का प्रयोग करना बेहद आसान है। मासिक धर्म शुरू होने के 10वें से 16वें दिन के बीच शारारिक संबंध नहीं बनाएं। अनचाहे गर्भ से बचाव कर सकते हैं।

- अपने जीवनकाल में आप गर्भनिरोध दवाओं पर हजारों रुपए खर्च करते हैं। प्राकृतिक गर्भनिरोधक का प्रयोग करने में कोई पैसा खर्च नहीं होता है।

Related News