भूलकर भी सावन में शिवलिंग पर नहीं चढ़ाएं ये 5 चीजें
इंटरनेट डेस्क। हिन्दू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व है। शिव भक्तों के लिए यह महीना बहुत ही ख़ास होता है। ऐसा कहा जाता है कि इस महीने भगवान शिव को खुश करना बहुत आसान होता है और शिव जी जिस भक्त की पूजा से प्रसन्न होते है उसे मनचाहा वरदान मिलता है लेकिन अगर शिव जी नाराज़ हो जाते है तो उस व्यक्ति को समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
यही कारण है कि शिव जी की पूजा करते समय शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली चीज़ों का खास ध्यान रखना होता है और कुछ चीज़ें ऐसी होती है जिनको शिवलिंग पर कभी नहीं चढ़ाना चाहिए। आज हम आपको कुछ ऐसी ही चीज़ों के बारे में बताने जा रहे है जो कि शिवलिंग पर नहीं चढ़ाई जाती है -
शिव जी की पूजा में फूलों का विशेष महत्व है और उन्हें प्रसन्न करने के लिए अलग अलग तरह के फूल चढ़ाये जाते है लेकिन शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव द्वारा शापित होने के कारण उनकी पूजा में कभी भी केतकी के फूल नहीं चढ़ाये है।
हिन्दू धर्म की हर पूजा और धार्मिक अनुष्ठान में तुलसी के पत्तों का ख़ास महत्व है लेकिन भगवान शिव की पूजा में कभी भी इनका उपयोग नहीं किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि तुलसी ने भगवान शिव को शाप दिया था कि उनकी पूजा में कभी भी इन पवित्र पत्तियों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
हालाँकि आप शिवलिंग पर नारियल चढ़ा सकते है लेकिन आपको कभी भी नारियल पानी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए। शिवलिंग पर चढ़ाई गई हर चीज़ निर्मलय माना जाता है और इसका सेवन करने से मना किया जाता है और नारियल के पानी को पीने के लिए अनिवार्य माना जाता है, इसलिए इसे कभी भी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाया जाता है।
शिव जी की पूजा में हल्दी का उपयोग करने से मना किया जाता है। चूँकि हल्दी महिलाओं के सौंदर्य की वस्तु है इसलिए इसका प्रयोग कभी भी शिव जी की पूजा के लिए नहीं करना चाहिए।
सिन्दूर या कुमकुम विवाहित भारतीय महिलाओं के लिए पवित्र माना जाता है जिसे वे अपने पति की लंबे आयु के लिए लगाती हैं। लेकिन, जैसा कि भगवान शिव को विनाशक माना जाता है इसलिए कुमकुम के साथ उनकी पूजा करना शुभ नहीं माना जाता है।