धूमावती जयंती पर करें इस खास मंत्र का जाप, पति और संतान की होगी रक्षा दूर होंगे सभी कष्ट
इंटरनेट डेस्क: आज देशभर में धूमावंती जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी ऐसे में हिन्दू धर्म के अनुसार ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मां धूमावती जयंती यानी के आज के दिन मनाई जाती है, इसी के साथ इस दिन दस महाविद्या की पूजा अर्चना की जाती है इस दिन विशेषकर काले तिल को काले वस्त्र में बांधकर मां धूमावती को चढ़ाने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होने लगती हैं इसे लेकर कहा गया है की मां धूमावती के दर्शन से संतान और पति की रक्षा होती है उनपर आने वाली विद्यट समस्या ज्याद हावी नहीं होती है और मां भक्तों के सभी कष्टों को मुक्त कर देने वाली देवी है
कहा जाता है की इस दिन सुहागिनें मां धूमावती का पूजन नहीं करती हैं, बल्कि केवल दूर से ही मां के दर्शन करती है इसी के साथ इस दिन धूमावती देवी के स्तोत्र का पाठ, सामूहिक जप.अनुष्ठान आदि करने से जीवन में आने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलता है आइए जानते है इस खास मंत्र के बारे में..
मंत्र : * ॐ धूं धूं धूमावत्यै फट्।।
* धूं धूं धूमावती ठ: ठ:।
मां धूमावती का तांत्रोक्त मंत्र
* धूम्रा मतिव सतिव पूर्णात सा सायुग्मे।
सौभाग्यदात्री सदैव करुणामयि:।।
इस मंत्र को रुद्राक्ष की माला से 108 बार, 21 या 51 माला का इन मंत्रों का जाप करे यहीं नहीं इस खास दिन मां की विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए उपरोक्त मंत्रों के जाप के साथ.साथ पूरे मन से माता का पूजन करने से मनोवांछित फल श्रद्धालु को मिलता है