हाल ही में शेयर बाजार में निवेशकों को महज चार से पांच दिनों में करीब 7 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। दूसरी ओर, वैश्विक बाजार में स्थिति अच्छी नहीं दिख रही है। यूरोप के बाद अमेरिका में भी डिप्रेशन के बादल मंडरा रहे हैं. हाल ही में एक अर्थशास्त्री ने बयान दिया है कि दुनिया फिर से मंदी में जाएगी, इस अर्थशास्त्री पर भी विचार किया जा सकता है क्योंकि उसने 2008 में मंदी से पहले भी ऐसी भविष्यवाणी की थी, जो सच निकली। लेकिन फिर भी नौकरी चाहने वालों के लिए एक अच्छी खबर आ रही है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनियां साल 2023 में सैलरी में डबल डिजिट में बढ़ोतरी करने जा रही हैं। आइए जानते हैं इस खबर के बारे में।

खबरों के मुताबिक 2023 में औसत वेतन वृद्धि 10.4 प्रतिशत होगी, जबकि 2022 में अब तक वेतन में औसतन 10.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। लेकिन चिंता की बात यह है कि कंपनियों के लिए भी लोग नौकरी छोड़ रहे हैं। 2022 की पहली छमाही में नौकरी छूटने की दर 20.3 प्रतिशत थी। जो कि 2021 में दर्ज 21 प्रतिशत की दर से थोड़ा कम है। एक चलन देखा गया है कि लोग अपना वेतन बढ़ाने के लिए कंपनियां बदलते हैं।

रिपोर्ट तैयार करने वाले एओएन के पार्टनर ह्यूमन कैपिटल सॉल्यूशंस के रूपंक चौधरी ने कहा, 'वैश्विक मंदी और घरेलू महंगाई में लगातार उतार-चढ़ाव की खबरों के बावजूद कंपनियां लोगों के वेतन में दो अंकों की बढ़ोतरी करने जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बिजनेस लीडर्स को ऐसे फैसले लेने चाहिए जो यह सुनिश्चित करें कि उनके साथ काम करने वाले लोग भविष्य में उनके साथ रहें।

रिपोर्ट के मुताबिक, ई-कॉमर्स सेक्टर में सबसे ज्यादा सैलरी में 12.8% की बढ़ोतरी देखने की उम्मीद है, जबकि स्टार्टअप्स से लगभग उसी रेट से सैलरी बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा सूचना प्रौद्योगिकी के 11.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। वित्तीय संस्थान 10.7 प्रतिशत की दर से विकास करेंगे। रिपोर्ट बनाने वाली संस्था एओएन के निदेशक जंग बहादुर सिंह ने कहा, 'आर्थिक परिस्थितियां प्रतिभा परिदृश्य को प्रभावित करती हैं, इसलिए कंपनियों को एक नीति बनानी चाहिए ताकि प्रतिभाशाली लोग उनके साथ रहें।

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