पेट्रोल और डीजल केदेश भर में नए दाम जारी कर दिए गए हैं। बुधवार, 16 फरवरी मतलब आज के लिए जारी ईंधन कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसके साथ ही देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई बदलाव हुए 105 दिन हो गए हैं। देश भर में 105 दिनों से न तो ईंधन की कीमतों में कोई कमी हुई है और न ही कोई बढ़ोतरी हुई है, देश भर में पेट्रोल-डीजल के दाम 105 दिनों से स्थिर हैं. दूसरी ओर जिस कच्चे तेल से पेट्रोल और डीजल बनाया जाता है, उस कच्चे तेल की कीमत में लगातार उतार-चढ़ाव होता रहता है. इंटरनेशनल मार्किट में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार कारोबार हो रहा है. बुधवार 16 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत मामूली गिरावट के साथ 93.18 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई. हाल ही में कच्चे तेल की कीमत 95 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई थी.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, कच्चे तेल की कीमतों में आज थोड़ी सुस्ती दर्ज की जा रही है. इंटरनेशनल मार्किट में कच्चे तेल की कीमतें 93.18 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई हैं. WTI क्रूड की कीमतें 0.01 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 92.08 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रही हैं. ब्रेंट क्रूड की कीमत में आज मामूली गिरावट देखने को मिल रही है. ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.11 फीसदी की गिरावट के साथ 93.18 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई.

कच्चे तेल की कीमत का आम आदमी के जीवन पर बहुत गहरा असर पड़ता है. कच्चे तेल का इस्तेमाल सिर्फ पेट्रोल-डीजल बनाने में ही नहीं बल्कि सैकड़ों चीजें बनाने में होता है। जब कच्चे तेल के दाम बढ़ते हैं तो रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली कई चीजों के दाम भी बढ़ जाते हैं. अभी भारत में कच्चे तेल की ऊंची कीमतों का कोई खास असर नहीं दिख रहा है।

इंटरनेशनल मार्किट में कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ देश भर में पेट्रोल और डीजल के दाम स्थिर हैं. जब कच्चे तेल के दाम बढ़ते हैं तो पेट्रोल और डीजल के दाम भी बढ़ जाते हैं, अभी कच्चे तेल की कीमत के बावजूद देश भर में ईंधन के दाम स्थिर हैं. खैर, यह देखना बाकी है कि सरकार कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के बावजूद कब तक ईंधन की कीमत नहीं बढ़ाती है।

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