बड़ों की सेहत के लिए ही नहीं, बच्चों के आहार में केले को शामिल करना भी फायदेमंद होता है। एक से तीन साल की उम्र के बच्चों को पके केले खिलाने में कोई दिक्कत नहीं होती है। केले को सेरेलैक के माध्यम से भी तोड़ा जा सकता है और छोटे बच्चों को खिलाया जा सकता है।

केला फाइबर से भरपूर होता है। इससे लंबे समय में पाचन तंत्र को फायदा होता है। पके केले के नरम गूदे में लगभग 75% पानी होता है, जिससे इसे पचाना आसान हो जाता है और बच्चे के पेट पर भारी नहीं पड़ता। केले में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम और फास्फोरस होता है।

ये पोषक तत्व लंबे समय में आपके बच्चे की हड्डियों के विकास और विकास में मदद कर सकते हैं। आप अपने बच्चे के लिए केला सेरेलैक बना सकती हैं। इससे बच्चे को केले से पोषक तत्व मिलते हैं। केले कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते हैं जो बच्चे की ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।

इसमें मौजूद फोलेट मस्तिष्क की शक्ति में सुधार करता है और इसमें मौजूद पोटेशियम शरीर के समग्र स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक है। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और 'बी' विटामिन भी होते हैं। केले में आयरन की मात्रा एनीमिया को रोकने में मदद करती है जबकि विटामिन ए दृष्टि में सुधार करने में मदद करता है। तो आइए जानते हैं बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए बेबी केला सेरेलैक कैसे बनाएं।

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