नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना शुक्रवार को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। आपको बता दें कि इससे पहले वह 5 अहम मामलों की सुनवाई कर रहे हैं। हालांकि अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा, ''आपकी सेवानिवृत्ति में हम एक बुद्धिजीवी और एक उत्कृष्ट जज को खो रहे हैं. ।'

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी CJI की सेरेमोनियल बेंच का सीधा प्रसारण किया गया। जो सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर वेबकास्ट था। एनवी रमना कोर्ट की 16 बेंचों में सुनवाई के लिए मास्टर ऑफ रोस्टर केस बांटते रहे हैं। हालांकि पिछले दिनों वह मामलों की लिस्टिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री के सामने बेबस नजर आए। दरअसल 17 अगस्त को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध एक मामले को रजिस्ट्री ने हटा दिया था।


ऐसे में सीजेआई रमण बहुत नाराज हुए और उन्होंने कहा कि वह 26 अगस्त को अपने विदाई भाषण में इस मुद्दे पर बोलेंगे. हालांकि, उन्होंने विदाई भाषण के दौरान कहा कि, 'पेंडेंसी का मुद्दा सबसे बड़ी चुनौती है और मेरा मानना ​​है कि वह लिस्टिंग एक ऐसा क्षेत्र है जहां मैं ज्यादा ध्यान नहीं दे सका। मैं उसके लिए क्षमा मांगता हूँ। प्रणाली में सुधार का एकमात्र तरीका आधुनिक तकनीकों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता को तैनात करना है। लेकिन वाणिज्यिक संगठनों के विपरीत, हम उन्हें बाजार से नहीं खरीद सकते।' इसके अलावा रमण ने यह भी कहा था कि ऐसे कई मुद्दे हैं जिन पर वह सवाल करना चाहते हैं, लेकिन वह पद छोड़ने से पहले बोलना नहीं चाहते थे।

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