आज सोने के भावों में सपाट कामकाज देखा जा रहा है। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 52,230 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता हुआ देखा गया है। चांदी 2,915 रुपये के उछाल के साथ 68,410 रुपये प्रति किलोग्राम पर बोली गयी।

वैश्विक स्तर पर सोने की मांग बीते साल (2020) घटकर 3,759.6 टन रह गई, जो इसका 11 साल का निचला स्तर है। सोने की कुल उपभोक्ता मांग 2019 में 4,386.4 टन रही थी। वहीं 2009 में सोने की कुल मांग 3,385.8 टन रही थी।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अप्रैल महीने में डिलिवरी वाले सोना वायदा की कीमत 182 रुपये यानी 0.37 प्रतिशत की तेजी के साथ 49,118 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।

अंतरराष्ट्रीय बाजार, न्यूयॉर्क में सोना 0.33 प्रतिशत की तेजी दर्शाता 1,847.30 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।

बता दें, पिछले कुछ हफ्तों से सोने के भाव लगातार 50,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के नीचे बने हुए हैं। इस साल जनवरी के शुरुआत में सोने के भाव 51,660 तक पहुंच गए थे।

क्या 2021 में बढ़ेंगे सोने के दाम?

दुनियाभर में प्रमुख केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती करके इस लगभग जीरो कर दिया है और कम से कम अगले एक साल तक ये इसी स्तर पर रहेगा। साथ ही मार्केट में लिक्विडिटी मुहैया कराने के लिए भी सेंट्रल बैंक्स आक्रामक रुख दिखा रहे हैं। इन सबका इकॉनमी पर असर होगा और इससे सोने की कीमतों में तेजी आएगी। दुनियाभर में लिक्विडिटी पुश से सोने की कीमतें बढ़ेंगी।

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