इंटरनेट डेस्क: पुण्य का काम करने का अवसर किसी भी इंसान के जीवन में कभी न कभी जरूर आता है जिसे लोग बड़े ही समझदारी से करते भी नजर आते है तो कुछ लोग ऐसे भी है, जो इस काम से अपने हाथ पीछे की और खींच लेते है वैसे कहा गया है की अगर सुख शांति और आर्थिक परेशानियों से अगर छुटकारा पाना है तो इंसान को जिंदगी में पुण्य का काम करते रहना चाहिए जिससे भगवान भी प्रसन्न होकर उनकी मनोकामनाए पूर्ण करने में समय नहीं लगाते है इसलिए दान देना एक अच्छा और बहुत सही काम माना गया है, पर इस बात का जानना भी आज के युग में बेहद जरूरी है जो दान आपने दिया है क्या वह सही जगह गया है या गलत क्योंकि गलत इंसान को दान देना आपके जिंदगी में परेशानियां खड़ी कर सकता है इसलिए आज हम आपकों आचार्य चाणक्य के अनुसार भूल से भी ऐसे 3 लोगों को बिल्कुल दान नहीं देने के बारे में बताएंगे आइए जानते हैं


चाणक्या निती के अनुसार जो व्यक्ति बेहद गरीब है पर वह आदतन शराबी है ऐसे व्यक्ति को दान करने से बचे क्योंकि एक शराबी इंसान को दान देना मतलब खुद के पैसे को बर्बाद करने जैसा है और ऐसे दान से आपका कोई फायदा नहीं होता है बल्कि आप उसे और पाप करने के लिए विवश कर रहे है


इसी तरह जो व्यक्ति पहले से ही अमीर हैं और उन्हें पैसों की कोई कमी नही है उन्हें दान ना करें इसका कोई मतलब नही है क्योंकि ऐसे लोगों को दान देकर भी आप पुण्य का काम नही कर रहे हैं क्योंकि इन्हे दान देना व्यर्थ माना गया है
इसके अलावा जो इंसान दुष्ट है उसको भूल से भी दान नहीं करें भले वो गरीब क्यों न हो क्योंकि दुष्ट इंसान कभी भी आपके उपकार को दूसरों से नही बताएगा, बल्कि वो आपकी बुराई ही करने में सबसे आगे रहेगा इस वजह से ऐसे इंसान को दान देने का कोई मतलब नहीं होता है इसलिए जब भी दान दे सोच समझकर करें

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