आचार्य चाणक्य एक महान अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ और समाजशास्त्री थे।आचार्य एक राजनीतिज्ञ के अलावा एक समाजशास्त्री भी माने जाते हैं, क्योंकि वे आजीवन लोगों की मदद भी करते रहे।इतना ही नहीं उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी में लोगों को धर्म का मार्ग भी दिखाया।इस दौरान उन्होंने एक ऐसे ग्रंथ की, जिसमें जीवन को सुखी बनाने के लिए कई अहम बातों का जिक्र किया गया।इस ग्रंथ को आज चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है,इसके जरिए जीवन में आए उतार-चढ़ाव को आसानी से पार किया जा सकता है। इन नीतियों के आधार पर आचार्य चाणक्य ने चंद्रगुप्त को सम्राट बनाया था।

आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी प्रासंगिक है।एक सफल जीवन के लिए आज भी लोग आचार्य चाणक्य की नीतियों का पालन करते है।इन नीतियों का पालन करके आप जीवन में आने वाली परेशानियों को आसानी से सुलझा सकते हैं।

आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में कुछ ऐसे नियमों के बारे में भी उल्लेख किया है जिनके अनुसार व्यक्ति को किन चीजों का अनादर नहीं करना चाहिए। आइए जानें कोनसे है वो नियम जो पुरुष और स्त्री दोनों पर लागू होते हैं।


स्त्रियों का सम्मान करें – महिलाओं का अपमान करना घोर पाप माना जाता है।ऐसा करने वाले लोगों के पास कभी धन नहीं रहता है।इस वजह से उसे जीवनभर परेशानियों का सामना करना पड़ता है।इसलिए व्यक्ति को हमेशा महिलाओं का सम्मान करना चाहिए।

ईमानदार व्यक्ति –ईमानदार व्यक्ति हमेशा सच बोलते हैं हो सकता है इनका सच कई बार कड़वा लगे लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप इनका अपमान करें।हर व्यक्ति हमेशा ऐसा लोगों का सम्मान करना चाहिए ।

इन लोगों को न करें परेशान – आचार्य चाणक्य के अनुसार अच्छी पद प्रतिष्ठा वाले लोगों को कभी भी कमजोर लोगों का अनादर नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से घर में लक्ष्मी का वास नहीं होता है और घर में दरिद्रता आती है।

मेहनती लोगों का आदर करें – कभी भी मेहनत करने वाले व्यक्ति का अनादर नहीं करना चाहिए।इससे जीवन में सफलता प्राप्त होती है। चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति इन लोगो का अनादर करता है ऐसा करने वाले लोगों को अगर सफलता मिल भी जाए तो ये ज्यादा दिन तक नहीं रहती है।

Related News