सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। वे एक ऐसे देवता है जिन्हे सादगी पसंद है और वे बेहद ही सादा जीवन जीते हैं। शिवलिंग पर अगर कोई एक लोटा जल भी चढ़ा दे तो इस से शिव बेहद प्रसन्न हो आते हैं। लेकिन वे जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, गलती करने पर उतनी ही जल्दी नाराज भी होते हैं। खासतौर से ऐसे लोगों से, जो बेईमानी और धोखेबाजी करते हैं।

1. भगवान शिव ऐसे लोगों को पसंद नहीं करते हैं जो अपने रिश्ते में ईमानदारी नहीं रखते। किसी दूसरे की शादीशुदा जिंदगी को तोड़ने की कोशिश करने से भोलेनाथ नाराज होते हैं। ऐसे लोगों को वे कभी माफ़ नहीं करते।

2. जो लोग दूसरों के धन को अपना बनाने की तम्मना रखते हैं या फिर पैसों की हेराफेरी करते हैं और दुसरो की धन-संपत्त‍ि को लूटते हैं तो ये पाप की श्रेणी में आता है। भगवान शिव के लिए यह अक्षम्य अपराध है।

3. किसी भोलेभाले और निरपराध इंसान को कष्ट देना, उसे नुकसान पहुंचाने की योजना बनाना या ऐसी सोच रखना भगवान शिव की नजरों में हर हाल में माफी ना देने योग्य पाप है।

4. कुछ लोग रास्ता भटक जाते हैं, लेकिन उन्हें अगर सही सलाह मिले तो वे वापस सही रस्ते पर लौट भी आते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो सही सुझाव मिलने के बावजूद बुराई का साथ नहीं छोड़ते और बुरी राह को खुद चुनते हैं।ऐसे लोगों के पाप शिव माफ़ नहीं करते।

5. किसी गर्भवती महिला या मासिक के दौरान किसी महिला को कटु वचन कहना या अपनी बातों से उनका दिल दुखाना शिव की नजरों में अक्षम्य अपराध और पाप है।

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