By Jitendra Jangid- दोस्तो अगर हम आज के परिदृश्य की बात करें तो इस डिजिटल वर्ल्ड में बैंक अकाउंट होना एक आम बात हो गई हैं, स्मार्टफोन में UPI के माध्यम से लेन देन आसान हो गई हैं, जिसके लिए भी बैंक अकाउंट की जरूरत होती हैं, लेकिन इन खातों को नियंत्रित करने वाले कुछ खास नियम हैं, जिनका पालन न करने पर जुर्माना लगाया जा सकता है। आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में पूरी डिटेल्स

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1. नकद जमा सीमा

दैनिक नकद जमा सीमा: आप अपने बचत खाते में प्रतिदिन ₹1 लाख तक नकद जमा कर सकते हैं।

वार्षिक रिपोर्टिंग आवश्यकता: यदि आपका कुल नकद जमा एक वित्तीय वर्ष में ₹10 लाख से अधिक है, तो आपको आयकर विभाग को सूचित करना होगा। चालू खातों के लिए यह सीमा अधिक है, जिसे ₹50 लाख निर्धारित किया गया है।

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2. लेन-देन की निगरानी

इन नियमों का उद्देश्य मनी लॉन्ड्रिंग और कर चोरी जैसी अवैध गतिविधियों को रोकना है। वित्तीय संस्थानों को निर्दिष्ट सीमा से अधिक किसी भी लेन-देन की सूचना आयकर विभाग को देनी होती है।

3. स्रोत पर कर कटौती (TDS)

₹1 करोड़ से अधिक की निकासी: यदि आप एक वित्तीय वर्ष में ₹1 करोड़ से अधिक की निकासी करते हैं, तो 2% का TDS काटा जाएगा।

नॉन-फाइलर्स के लिए: यदि आपने पिछले तीन वर्षों से अपना आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल नहीं किया है, तो ₹20 लाख से अधिक की निकासी पर 2% TDS और ₹1 करोड़ से अधिक की निकासी पर 5% TDS लागू होता है।

4. नकद जमा पर जुर्माना

आयकर अधिनियम की धारा 269ST के तहत, यदि आप एक वित्तीय वर्ष के भीतर एक ही लेनदेन में ₹2 लाख या उससे अधिक नकद जमा करते हैं, तो आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है।

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