भारत के 5 सबसे ज्यादा विवादों में रहने वाले बाबा, कर चुके है जेल की यात्रा
इंटरनेट डेस्क। आधुनिक युग ने भारतीय संस्कृति और पवित्र स्थलों पर नकारात्मक और सकारात्मक दोनों तरीकों पर एक बड़ा प्रभाव डाला है। इस नए युग में स्व-घोषित गुरुओं के एक नया समूह का भी जन्म हुआ है। इन बाबाओं और गुरुओं के देश और विदेश में लाखों अनुयायी है और अगर इनकी सम्पति की बात करें तो यह भी करोड़ों में है। ये बाबा अपने आध्यात्मिक कार्यों से ज्यादा विवादों के लिए सुर्ख़ियों में रहे है। इनमें से अधिकतर तो अपने घिनौने कार्यों के लिए जेल की यात्रा भी कर चुके है। हम आपको भारत के सबसे ज्यादा विवादित बाबाओं और गुरुओं के बारे में बता रहे है -
स्वामी भीमानंद - 1988 में एक होटल के बाद गॉर्ड की नौकरी करने वाले श्रीमूर्त द्विवेदी उर्फ़ स्वामी भीमानंद जी महाराज 1997 में जेल जा चुके है। जेल से आने के बाद उसने खुद को जनता के सामने साईं बाबा के भक्त के रूप में प्रस्तुत किया और आज वह करोड़ों का मालिक है।
आसाराम बापू - आसाराम बापू के देश और विदेश में 400 से ज्यादा आश्रम है। आसाराम के ऊपर साध्वियों के साथ जबरदस्ती करने, भूमि अधिग्रहण जैसे कई मुकदमे चल रहे है और आसाराम इन दिनों एक नाबालिग के जबरदस्ती के आरोप तय होने के बाद जोधपुर जेल में बंद है। जानकारी के मुताबिक आसाराम के पास हजार करोड़ से ज्यादा की सम्पति है।
गुरमीत राम रहीम - डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसान को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। राम रहीम को पिछले साल ही 2002 में अपनी दो साध्वियों के साथ जबरदस्ती करने के आरोप में 20 साल की सजा सुनाई गई है। हालाँकि अभी तक राम रहीम की कुल संपत्ति खुलासा नहीं हुआ है लेकिन इसका भारत के अमीर बाबाओं में शामिल होने की आशंका है।
संत रामपाल - सतलोक आश्रम के संस्थापक और कबीर पंथ के धार्मिक गुरु संत रामपाल के हरियाणा में लाखों अनुयायी है। 2006 में, आर्य समाज की आलोचना के बाद, दोनों संप्रदायों के बीच झगड़े हुए में आर्य समाज के एक सदस्य की मौत हो गई थी। इस मुकदमे की अदालती कार्यवाही में, रामपाल 42 बार अदालत की उपस्थित नहीं हुए थे। बाद में रामपाल अपने अनुयायियों की मदद से गिरफ्तारी से बच निकला लेकिन आखिरकार 19 नवंबर, 2014 को उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
नित्यानंद - नित्यानंद का दावा है कि 9 वर्ष में उनकी मुलाकात भगवान शिव के अवतार अरुणागिरि योगीश्वर से हुई थी जो कि हमेशा उनके साथ रहते है। नित्यानंद पर 2010 में एक अभिनेत्री के साथ जबरदस्ती करने के आरोप भी लग चुके है। 2013 में, उन्हें महानिर्वाणी अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था जिसकी कई समुदायों ने निंदा की थी।