रेलवे ने मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए श्रमिक एक्सप्रेस और अन्य लोगों के लिए कुछ रुट पर स्पेशल ट्रेन भी शुरू कर दी है। ये सारी ट्रेनें AC ट्रेंने हैं। ऐसे में सवाल ये है कि क्या AC ट्रेनों में सफर करना सुरक्षित है या इसमें वायरस संक्रमण के लिए चिंता की बात है ? आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं।

विशेषज्ञों का क्या है कहना

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पूरी तरह से वातानुकूलित, लंबी दूरी की ट्रेनों पर चिंता व्यक्त की है; उन्हें लगता है कि एसी गाड़ियों में बड़ी संख्या में लोगों को ले जाने से ट्रांसमिशन का खतरा बढ़ सकता है।

केरल सरकार ने रेलवे मंत्रालय को भी लिखा है, केवल स्लीपर कोच संचालित करने का आग्रह किया है। विशेषज्ञ रेलवे से आग्रह कर रहे हैं कि वे कम तापमान और स्वच्छ वेंट, एसी यूनिटों के फिल्टर बनाए रखें।

चिंता का कोई कारण नहीं

रेलवे ने स्पष्ट किया है कि एसी कोच के अंदर की हवा प्रति घंटे कम से कम 12 बार बदलती है। इसलिए चिंता का कारण नहीं है। चूंकि कोई कंबल नहीं दिया जा रहा है, कोच का तापमान भी बढ़ाया जा सकता है।

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