गज़ब: इस शख्स ने सिर्फ 8 महीने में घटाया 36 किलो वजन, जानिए क्या हैं इनकी सफलता का राज
दोस्तों आज के समय में मोटापा एक बहुत बड़ी समस्यां हैं. इस दुनियां में हर 10 मेसे 5वा व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त हैं. शरीर में जमा ये एक्स्ट्रा फैट दिखने में तो भद्दा लगता हैं ही पर साथ ही कई तरह की बिमारियों को दावत भी देता हैं. ऐसे में इस मोटापे से जितना जल्दी हो सके पीछा छुड़ा लेना चाहिए. वैसे ऐसा नहीं हैं कि हम भी दूसरों की तरह स्लिम बनने का सपना नहीं देखते हैं लेकिन प्रॉब्लम यह हैं कि हम में से कई सिर्फ सपना ही देखते है उसे हकीकत में पूरा करने के लिए कोई मेहनत नहीं करते हैं. किसी भी चीज को पूरी लगन से करने के लिए एक प्रेरणा की आवश्यकता होती हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हैं आज हम आपको एक ऐसे शख्स से मिलाने जा रहे हैं जिसने सिर्फ 8 महीने 36 किलो वजन घटा लिया. जब आप इनकी फैट से फीट होने की कहानी सुनोगे तो काफी प्रेरित हो जाओगे.
इनसे मिलिए. ये हैं मिलाप जावेरी.
मिलाप बॉलीवुड के जाने माने फिल्म डायरेक्टर हैं. वे एक विलेन, मस्ती, ग्रैंड मस्ती, क्या कूल हैं हम 3 जैसी कई बॉलीवुड फिल्मे डायरेक्ट कर चुके हैं. जल्द ही में उनकी जॉन अब्राहम को लेकर ‘सत्यमेव जयते’ नाम की फिल्म नाने वाली हैं. खैर आज हम यहाँ मिलाप के फिल्मी करियर की बात नहीं करने वाले हैं बल्कि उनके निजी जिंदगी में आए एक बहुत बड़े बदलाव की चर्चा करेंगे.
मिलाप का वजन पहले 130 किलो हुआ करता था. वो पहले काफी मोटे दिखाई देते थे. हालाँकि वो अपने इस बजन को अब 94 किलो पर ले आए हैं. यानी उन्होंने पुरे 36 किलो वजन घटाया हैं और वो भी सिर्फ 8 महीनो के अन्दर. हैं ना कमाल की बात?
मिलाप बताते हैं कि उनके लिए ये कारनामा कर दिखाना इतना आसान भी नहीं था, खासकर कि तब जब उन्होंने इससे पहले कभी कोई हैल्थी लाइफस्टाइल नहीं अपनाई. मिलाप के अपने मोटापे को लेकर उस दिन सबसे अधिक अफ़सोस हुआ जब उनका हेल्थ इंसोरेंस उनके अधिक वजन की वजह से रिजेक्ट हो गया.
मिलाप कहते हैं कि “मैंने अपने मेडिक्लेम के लिए अगस्त में अप्लाई किया था. लेकिन उसे मेरे अधिक वजन (130 किलो) के चलते रिजेक्ट कर दिया गया. मेडिक्लेम के लिए वजन का 100 किलो से कम होना जरूरी था. मुझे ये जान गहरा दुःख हुआ कि मैं अपनी बीवी गौरी और बेटे मेहान के लिए के लिए ये पालिसी सिर्फ इसलिए नहीं ले सकता कि में बहुत मोटा हूँ.”
मिलाप को लगा कि वे एक ऐसे गैरजिम्मेदार पति और बाप हैं जो अपने परिवार को एक मेडिक्लेम तक नहीं दे सकता हैं. बस यही वो पल था जब उन्होंने ठान लिया कि चाहे कुछ भी हो जाए वो अपना वजन घटा के ही रहेंगे. इस बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अगले दिन से ही हेल्थी लाइफस्टाइल अपना ली. ख़ास बात यह रही कि उन्होंने खुद में बदलाव लाने के लिए किसी डाईटीशन या ट्रेनर की मदद नहीं ली बल्कि सब कुछ खुद से ही किया.
मिलाप कहते हैं. आपकी डाइटिंग और व्यायाम के शुरूआती एक हफ्ते सबसे कठिन होने हैं. यदि आप ने इस पहले हफ्ते को जैसे तैसे निकाल लिया तो बाकी के दिन आसानी से निकल जाते हैं. मिलाप ने अपनी डाईट में कार्ब की मात्रा घटा दी. वे अपने नाश्ते में उबले अंडे, सैंडविच और चाय लेते हैं. इसके बाद लंच में सिर्फ ड्राई फ्रूट्स और फल लेते हैं. फिर रात में डिनर के वक़्त पनीर, दाल, एक सब्जी या अंडा लेते हैं. इसके साथ ही वे हफ्ते में 6 दिन रोजन करीब 90 मिनट व्यायाम और जॉगिंग को देते हैं.
आखिर 8 महीनो की कड़ी मेहनत के बाद मिलाप की मेहनत रंग लाइ और उन्हें मेडिक्लेम मिल गया. मिलाप की ये कहानी हम सभी को सिख देती हैं कि कुछ भी असंभव नहीं हैं. बस आपको उसके लिए अपने आराम को छोड़ मेहनत करना है.