इस बार गर्मी ने उत्तर भारत में रिकॉर्ड तोड़ दिया था, खासकर उत्तर भारत में जहां पारा 50 डिग्री के आसपास पहुंच गया था, लोगो का जीना मुश्किल हो गया था। इस भीषण गर्मी में कूलर, पंखा, एयर कंडीशनर आदि ही एक मात्र सहारा थे। लेकिन जब अब सर्दी हो गई हैं तो हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि एयर कंडीशनर की सर्विस कराएं, लेकिन सवाल यह उठता हैं कि साल में कितनी बार AC की सर्विंसिंग करानी चाहिए, तो इस बात का जवाब हम आपको देते हैं, आइए जानते हैं पूरी डिटेल्स

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सर्विस का समय:

एयर कंडीशनर की सर्विसिंग गर्मी के महीनों की शुरुआत से पहले - मार्च या अप्रैल के आसपास - कर लेनी चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होता है कि वे भीषण गर्मी के लिए तैयार हैं।

सितंबर या अक्टूबर में एक फ़ॉलो-अप सर्विस भी मौसम के दौरान जमा हुई धूल और मलबे को साफ करने के लिए फ़ायदेमंद है।

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मिड-सीज़न मेंटेनेंस:

अगर आपका AC गर्मियों के दौरान प्रभावी ढंग से ठंडा नहीं कर रहा है, तो आपको फ़िल्टर की जाँच और सफ़ाई करने की ज़रूरत हो सकती है।

गर्मियों के बाद सर्विसिंग:

गर्मियों के बाद, तत्काल सर्विसिंग की आवश्यकता कम हो जाती है। ज़्यादातर समस्याओं का समाधान अगले मौसम के शुरू होने से पहले किया जा सकता है। अगर कोई स्पष्ट समस्या न हो, तो गर्मियों के बाद सर्विसिंग एक अनावश्यक खर्च हो सकता है।

बढ़ा हुआ उपयोग और घिसाव:

गर्मियों के दौरान AC इकाइयों के ज़्यादा उपयोग से घटकों पर घिसाव और टूट-फूट हो सकती है। नियमित सर्विसिंग सुनिश्चित करती है कि सभी भाग बेहतर तरीके से काम करें और आगे चलकर महंगी मरम्मत से बचने में मदद करें।

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धूल और फ़िल्टर रखरखाव:

धूल भरे वातावरण में रहने वालों के लिए, फ़िल्टर और कॉइल की नियमित सफाई बहुत ज़रूरी है। फ़िल्टर को हर तीन महीने में साफ़ किया जाना चाहिए ।

व्यापक सफाई:

यह ज़रूरी है कि इवेपोरेटर और कंडेनसर कॉइल दोनों को साफ़ किया जाए ताकि गंदगी के जमा होने से होने वाली समस्याओं को रोका जा सके।

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