आज के परिदृष्य में किसी भी सरकारी योजनाओं से लेकर बैंक खाता खोलने जैसे सरल कार्यों तक, विभिन्न दस्तावेज़ हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनमें से, आधार कार्ड अधिक महत्व रखता है, जो भारत में पहचान के लोकप्रिय चीज रूप के रूप में कार्य करता है। चाहे सिम कार्ड खरीदना हो या किसी सरकारी कार्यक्रम में नामांकन करना हो, आधार कार्ड एक शर्त है, जो व्यक्तियों के बायोमेट्रिक डेटा को कैप्चर करता है। लेकिन क्या आप जानते है इससे जुड़े कुछ नियम जिनके तहत आप आधार कार्ड मे कुछ चीजें एक बार ही बदला सकते हैं, आइए जानते है इनक बारे में-

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क्या नहीं बदला जा सकता:

16 अंकों का आधार नंबर एक स्थायी पहचानकर्ता है, जो एक बार आवंटित होने के बाद अपरिवर्तित रहता है। लेकिन आप नया आधार कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं, लेकिन इसका नंबर जीवनभर एक ही रहेगा है। इस विशिष्ट पहचान में उंगलियों के निशान और रेटिना स्कैन जैसे बायोमेट्रिक डेटा शामिल हैं, जो इसे नकली माध्यमों से प्रतिकृति के लिए प्रतिरोधी बनाते हैं।

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प्रतिबंधों के साथ क्या संशोधित किया जा सकता है:

आधार कार्ड पर कुछ विवरणों को सीमाओं के साथ सही किया जा सकता है। जन्मतिथि और लिंग में सुधार की अनुमति केवल एक बार दी जाती है, जिससे कार्डधारकों को सुधार के लिए एक ही अवसर मिलता है।

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इसके अतिरिक्त, नाम परिवर्तन दो बार स्वीकार्य है। इन सुधारों को करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके उपलब्ध हैं, हालांकि ऑनलाइन सुधार के लिए 50 रुपये के मामूली शुल्क की आवश्यकता होती है।

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