भारत का एक ऐसा अनोखा मंदिर, जिसे 1000 आदमी मिलकर भी नहीं तोड़ पाए थे
आपको आज हम 1 ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे उसकी नक्काशी और सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह मंदिर एलोरा में है। इसका नाम कैलाश मंदिर है। यहाँ आपको शिल्पकला का एक बेजोड़ नमूना देखने को मिलेगा पर ये आपका मन मोह लेगा। ये मंदिर वाकई में भव्य और खूबसूरत है।
इसे ईंटों और पत्थरों से नहीं बनाया गया बल्कि इस मंदिर को बनाने के लिए पूरे के पूरे पहाड़ को ही तराशा गया है। यह पहाड़ इतना मजबूत है कि इसकी एक चट्टान को आसानी से नहीं तोड़ा जा सकता है। मंदिर को बनाने के लिए 4 लाख टन चट्टानों को निकालना पड़ा था और तब जाकर मंदिर का निर्माण हो पाया था।
आश्चर्य इस बात का है कि जिस समय इस मंदिर का निर्माण हुआ उस समय कोई मशीने या ऐसे औजार नहीं थे तो आखिरकार इस मंदिर को कैसे बनाया गया होगा। ये जवाब किसी के पास नहीं है।
इस बात की खोज अभी भी जारी है कि आख्रिर किस मशीन या औजार से इस मंदिर को तराशा गया है। जब मंदिर की जांच की गई तो पता चला कि ये मंदिर 5 हजार साल पुराना है। जब इस्लाम और ईसाइयों का नामोनिशान नहीं था।
कहते हैं जब 1682 में देश मुस्लिमों के अधीन था तब औरंगजेब ने कैलाशा मंदिर को नष्ट करने की ठानी। इस घ्रणित काम को करने के लिए उसने 1 हजार लोगों को लगाया जिन्होनें 3 वर्षों तक तोड़ने का प्रयास किया लेकिन पूरी विफल रहे।