बात करें देश बाहर की तो बहुत से ऐसे प्लेस है जहां हम घूमने को जाते है। बहुत से ऐसे प्राचीन किलो और महल है जिनके बारे में बहुत सुना होगा लेकिन आज हम आपको जिस किले के बारे में बताने जा रहें है वह एक ऐसा किला है जो दिन में खँडहर होता है लेकिन जैसे जैसे रात होती जाती है किले के अंदर भूतों का मेला लगने लगता है। हम जिस किले की बात कर रहे हैं वह किला राजस्थान के भानगढ़ का किला है।

भानगढ़ किला की कहानी ऐसी है कि राजकुमारी रत्नावती खूबसूरती की चर्चा दूर तक फैली हुई थी, इसलिए देश के कोने कोने के राजकुमार उनसे विवाह करना चाहते थे। एक बार एक तांत्रिक की नज़र उस राजकुमारी पर पड़ी और वह तांत्रिक भी राजकुमारी का दीवाना हो गया और राजकुमारी को हासिल करने के लिए उस तांत्रिक ने अपने काले जादू का प्रयोग करने का सोचा।

लेकिन कला जादू में तांत्रिक सफल नहीं हुआ और उल्टा इस कला जादू का असर तांत्रिक पर पड़ा और उसकी मृत्यु हो गयी। मरने से पहले उस तांत्रिक ने श्राप दिया कि इस किले में रहने वालें सभी लोग जल्दी ही मर जायेंगे, वो दोबारा जन्म नहीं ले सकेंगे, और उनकी आत्माएं इस किले में ही हमेशा भटकती रहेंगी।

उस तांत्रिक के मौत के कुछ दिनों बाद ही भानगढ़ और अजबगढ़ के बीच युद्ध हुआ जिसमें किले में रहने वाले सारे लोग मारे गये। यहां तक कि राजकुमारी रत्नावती भी उस शाप से नहीं बच सकी और उनकी भी मौत हो गयी।

कहा जाता है कि रात होते ही आज भी इस किले में वह आवाज़ सुनाई देती है। किले के एक खँडहर से किसीके चलने की और घुंघरू बजने की आवाज़ आने की बात कही गई है।

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